शिमलाः देश में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं, हिमाचल में भी कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा चार सौ के करीब पहुंच गया है. राजधानी शिमला में भी लोगों में डर का माहौल दिख रहा है, यहां रोज कई लोग कोरोना जांच के लिए आईजीएमसी पहुंच रहे हैं.
वहीं, आईजीएमसी अस्पताल भी कोरोना को लेकर अलर्ट हो गया है. अस्पताल में दाखिल मरीजों का भी कोविड-19 टेस्ट करवा जा रहा है. गम्भीर मरीजों के अलावा सर्जरी के लिए आने वाले मरीजों का पहले कोविड-19 टेस्ट करवाया जा रहा है और रिपोर्ट आने के बाद ही मरीजों का ऑपरेशन किया जा रहा है.
आईजीएमसी में हर रोज 50 से 60 दाखिल मरीजों के कोरोना टेस्ट हो रहे हैं. अस्पताल में दाखिल मरीजों में यदि कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उनके सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. वहीं, ज्यादा बुखार होने पर मरीज को सीधा ट्राइस वार्ड में भेज दिया जा रहा है. कोरोना वायरस की रिपोर्ट नेगटिव आने पर ही मरीज को जनरल वार्ड में वापस शिफ्ट किया जा रहा है और अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो आइसोलेशन वार्ड में भेजा जा रहा है .
अस्पताल में हर रोज कोविड टेस्ट करवाने के लिए मरीजों की लंबी लाइन लगी रहती है. यहीं, नहीं ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीजों को कोविड टेस्ट के लिए फ्लू ओपीडी में भेजा जा रहा है. जहां, बाहर से आने वालें मरीजों का कोरोना टेस्ट किया जा है. फ्लू ओपीडी में प्रतिदिन 40 से 50 लोग अपना कोविड टेस्ट करवा रहे हैं.
इस संबंध में अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि ऐहतिहात के तौर पर गंभीर मरीजों ओर सर्जरी होने वाले मरीजों का कोरोना टेस्ट करवाया जा है. वहीं, अस्पताल में इंडोर ओर आउट-डोर मरीज के कोरोना टेस्ट कराने की सुविधा है.
कोरोना संक्रमण को लेकर IGMC प्रशासन अलर्ट, अस्पताल में दाखिल मरीजों के लिए जा रहे सैंपल - कोरोना सैंपल्स
आईजीएमसी में हर रोज 50 से 60 दाखिल मरीजों के कोरोना टेस्ट हो रहे है. अस्पताल में दाखिल मरीजों में किसी भी तरह के लक्षण पाए जाते हैं तो उनका कोविड टेस्ट करवाया जा रहा है.
शिमलाः देश में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं, हिमाचल में भी कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा चार सौ के करीब पहुंच गया है. राजधानी शिमला में भी लोगों में डर का माहौल दिख रहा है, यहां रोज कई लोग कोरोना जांच के लिए आईजीएमसी पहुंच रहे हैं.
वहीं, आईजीएमसी अस्पताल भी कोरोना को लेकर अलर्ट हो गया है. अस्पताल में दाखिल मरीजों का भी कोविड-19 टेस्ट करवा जा रहा है. गम्भीर मरीजों के अलावा सर्जरी के लिए आने वाले मरीजों का पहले कोविड-19 टेस्ट करवाया जा रहा है और रिपोर्ट आने के बाद ही मरीजों का ऑपरेशन किया जा रहा है.
आईजीएमसी में हर रोज 50 से 60 दाखिल मरीजों के कोरोना टेस्ट हो रहे हैं. अस्पताल में दाखिल मरीजों में यदि कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उनके सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. वहीं, ज्यादा बुखार होने पर मरीज को सीधा ट्राइस वार्ड में भेज दिया जा रहा है. कोरोना वायरस की रिपोर्ट नेगटिव आने पर ही मरीज को जनरल वार्ड में वापस शिफ्ट किया जा रहा है और अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो आइसोलेशन वार्ड में भेजा जा रहा है .
अस्पताल में हर रोज कोविड टेस्ट करवाने के लिए मरीजों की लंबी लाइन लगी रहती है. यहीं, नहीं ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीजों को कोविड टेस्ट के लिए फ्लू ओपीडी में भेजा जा रहा है. जहां, बाहर से आने वालें मरीजों का कोरोना टेस्ट किया जा है. फ्लू ओपीडी में प्रतिदिन 40 से 50 लोग अपना कोविड टेस्ट करवा रहे हैं.
इस संबंध में अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि ऐहतिहात के तौर पर गंभीर मरीजों ओर सर्जरी होने वाले मरीजों का कोरोना टेस्ट करवाया जा है. वहीं, अस्पताल में इंडोर ओर आउट-डोर मरीज के कोरोना टेस्ट कराने की सुविधा है.