शिमला: हिमाचल प्रदेश में सरकार के आदेश के बाद से छोटे बच्चों के लिए भी स्कूल खोल दिए गए हैं. स्कूल खुलने के बाद अब बच्चे पूरे उत्साह के साथ स्कूलों में पहुंच रहे हैं. स्कूल खुलने के पहले दिन यानी बुधवार को पूरे प्रदेश में 61 फीसदी बच्चों ने स्कूलों का रुख किया. वहीं, दूसरे दिन यानी गुरुवार को इन बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई. प्रदेश भर में 65 फीसदी बच्चे पढ़ाई के लिए पहुंचे.
स्कूली बच्चों में कोरोना संक्रमण के मामले हर रोज आ रहे हैं. गुरुवार को प्रदेश में 9 बच्चे कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. बच्चों में संक्रमण की दर बढ़ने से परिजन के साथ-साथ प्रशासन भी चिंता में है. हालांकि स्कूलों में सरकार की ओर से जारी एसओपी का सख्ती से पालन किया जा रहा. थर्मल स्कैनिंग और हाथों को सेनिटाइज करने के बाद ही बच्चों को स्कूल में एंट्री दी जा रही है.
गुरुवार को 9 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रदेश में स्कूली बच्चों का आकंड़ा बढ़कर 534 के पास पहुंच गया है. इसमें 153 बच्चे का अभी भी ईलाज चल रहा है, जबकि अन्य स्वस्थ्य हो चुके हैं. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले एक स्कूली बच्चे की मौत कोरोना से हो चुकी है. सरकार और स्वास्थ्य विभाग स्कूली बच्चों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों पर नजर बनाए हुए हैं. अगर इसी तरह स्कूली बच्चों में संक्रमण के मामले बढ़ते रहे तो सरकार को इस ओर कुछ ठोस कदम उठाना पड़ेगा.
प्रदेश में पिछले 24 घंटों में आए कोरोना के मामलों पर एक नजर डालें तो गुरुवार को 10 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई है. इसमें मंडी जिले की 38 साल की महिला भी शामिल है. कोरोना से मरने वालों में ऊना के तीन, कांगड़ा, मंडी और शिमला के दो-दो और हमीरपुर का एक व्यक्ति शामिल है. अब प्रदेश में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़ कर 3783 के पास पहुंच गया है.
वहीं, प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी के चिल्ड्रेन ओपीडी में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बताया कि स्कूल खुलने से बच्चों में कोरोना का खतरा तो है ही, लेकिन अगर सावधानी बरतें तो संक्रमण से बचा जा सकता है. सभी बच्चों को ध्यान रखना होगा कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखे, मास्क पहने रहें और बच्चों को खांसी, सर्दी जुकाम हो तो अभिभावक बच्चों को स्कूल ना भेजें और तुरंत अस्पताल में बच्चे की जांच कराएं.