शिमला: हिमाचल प्रदेश के इतिहास में सबसे लंबे समय तक चला क्रमिक अनशन 432 दिन बाद खत्म हो गया. करुणामूल्क संघ ने मांगो को लेकर 30 जुलाई 2021 को शिमला के कालीबाड़ी के समीप रेन शेल्टर में क्रमिक अनशन शुरू किया था. करुणामूलक आश्रित संघ (Himachal Karunamulak Sangh Gradual Hunger Strike Ends) ने क्लास डी और क्लास सी में करुणामूलक आधार पर भर्तियों की मांग की थी. वहीं, अब सरकार ने करुणामूलक आश्रितों के लिए क्लास डी में भर्ती को मंजूरी तो दी, लेकिन क्लास सी में भर्ती की मांग अभी अधूरी ही है.
बावजूद इसके करुणामूलक संघ ने अब क्रमिक अनशन खत्म करने (compassionate union hunger strike) का फैसला ले लिया है. करुणामूलक संघ के अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि सरकार ने क्लास डी में करुणामूलक आश्रितों की भर्ती को अनुमति दे दी है, लेकिन क्लास सी में भर्ती अभी भी लंबित है. उन्होंने कहा कि सरकार ने क्लास सी में भर्ती करने से इनकार कर दिया है. ऐसे में अब करुणामूलक संघ के लोगों ने क्रमिक अनशन को खत्म करने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा कि अभी भी उन्हें उम्मीद है कि सरकार चुनाव के बाद एक बार फिर क्लास सी में भर्ती को लेकर विचार करेगी, ताकि करुणामूलक आश्रितों को राहत दी जा सके.यदि सरकार कोई फैसला नहीं लेती है तो आगामी विधानसभा चुनावों में किस दल को समर्थन करना है वे खुद तय करेंगे.
ये भी पढ़ें: अकादमिक भत्ता न मिलने से हड़ताल पर आईजीएमसी के डॉक्टर, परेशान हुए मरीज