शिमला: पर्वतों की रानी शिमला में मौसम के पहले हिमपात का राज्य के प्रथम नागरिक यानी राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने परिवार संग खूब आनंद लिया. राज्यपाल ने परिवार सहित राजभवन के प्रांगण में बर्फ के साथ खेलने का लुत्फ लिया. राज्यपाल ने कहा कि प्रकृति ने हिमाचल को भरपूर सौंदर्य दिया है. उन्होंने कहा कि मौसम का ये पहला हिमपात है और इससे किसान-बागवान लाभान्वित होंगे.
हिमाचल देश का एक बेहतरीन डेस्टीनेशन
राज्यपाल ने कहा कि पर्यटन के लिहाज से हिमाचल देश का एक बेहतरीन डेस्टीनेशन है. हिमपात को निहारने के लिए शिमला सहित प्रदेश के अन्य पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं. इस तरह बर्फबारी बेशक एक घटना है, लेकिन इसके लाभ अनेक हैं. पहाड़ पर हिमपात को निहारने का राज्यपाल के लिए ये दूसरा अवसर है.
कोविड नियमों का पालन करने की अपील
वहीं, उनकी धर्मपत्नी वसंथा दत्तात्रेय ने पहली बार हिमपात देखा. राज्यपाल ने परिवार सहित राजभवन के प्रांगण में बर्फ से खेलते हुए यादगार के तौर पर कुछ चित्र भी खिंचवाए. उन्होंने सैलानियों से भी आग्रह किया है कि पहाड़ की सुंदरता का आनंद उठाएं और कोविड के नियमों का भी पालन करें. राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल ने केवल कृषि प्रधान राज्य है बल्कि ये सेब उत्पादन में भी देश भर में अव्वल है. बर्फबारी से खेती और बागवानी को अनेक लाभ होते हैं.
खेती-बागवानी के सेक्टर से जुड़े लोगों में खुशी की लहर
यहां बता दें कि बेहतर सेब उत्पादन के लिए दिसंबर महीने में बर्फबारी का होना जरूरी है. हिमपात के कारण ही सेब के लिए जरूरी 1800 घंटे की चिलिंग पूरी होती है. चिलिंग आवर्स पूरे हो जाएं तो सेब के पौधों में अच्छा फूल आता है. साथ ही सेब की क्वालिटी भी शानदार होती है. राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि इस बर्फबारी से राज्य में खेती-बागवानी के सेक्टर से जुड़े लोगों में खुशी की लहर है.
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