शिमलाः प्रदेश में 1 फरवरी से ग्रीष्मकालीन स्कूल खोले जा रहे हैं. स्कूलों को खोलने को लेकर अधिसूचना और एसओपी सरकार ने जारी कर दी है. अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि 1 फरवरी से जून के समकालीन स्कूलों को पांचवी कक्षा और आठवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के लिए खोले जा रहे हैं.
स्कूलों में सभी अध्यापक 27 जनवरी से उपस्थित होंगे. स्कूलों को खोलने को लेकर शिक्षक सभी तरह की तैयारियां पूरी करेंगे और केंद्र सरकार की ओर से 5 अक्टूबर को जारी एसओपी के आधार पर सेनिटाइजेशन और शिक्षण कार्य की व्यवस्था करेंगे. तय एसओपी के तहत मास्क पहनाना, दो गज की दूरी का करने के साथ ही हैंड सेनिटाइजेशन की व्यवस्था स्कूलों को करनी होगी. सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ स्कूलों में कक्षाएं लगाई जाएंगी.
'हर घर पाठशाला कार्यक्रम' भी रहेगा जारी
थर्मल स्कैनिंग करने के बाद ही शिक्षकों, कर्मचारियों और बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा. वहीं, जिन छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों में सर्दी जुखाम और बुखार के लक्षण होंगे, उन्हें स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. स्कूलों में कक्षाएं लगाने के साथ ही 'हर घर पाठशाला कार्यक्रम' को भी पहले की तरह ही जारी रखा जाएगा, जो छात्र स्कूल नहीं आना चाहते हैं, उनकी पढ़ाई में किसी तरह की बाधा उत्पन्न ना हो और वह घर बैठे अपनी पढ़ाई को जारी रख सकें इसके लिए ऑनलाइन भी कक्षाएं जारी रहेंगी.
सरकार ने यह भी तय किया है कि प्रदेश में स्थित निजी विद्यालय भी इसी एसओपी के तहत व्यवस्था को अपना सकते हैं. अगर वह अपने स्कूलों को खोलना चाहते हैं तो उन्हें भी इसी तय एसओपी के तहत अपने स्कूलों को खोलना होगा और सभी तरह के नियमों का पालन करना होगा.
8 फरवरी से खुलेंगे कॉलेज
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रदेश में 8 फरवरी से सभी कॉलेजों को भी शीतकालीन अवकाश के बाद तय एसओपी के तहत छात्रों की कक्षाएं लगाने के लिए खोल दिया जाएगा. इसके साथ ही प्रदेश में सभी आईटीआई, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग संस्थान भी 1 फरवरी से शिक्षण के लिए खोल दिए जाएंगे. यानी इन सभी संस्थानों में भी छात्रों की कक्षाएं 1 फरवरी से सुचारू रूप से शुरू हो जाएंगी. इन सभी शिक्षण संस्थानों को भी पैसों की का पालन करना होगा.
15 फरवरी से खुलेंगे शीतकालीन अवकाश वाले स्कूल
प्रदेश में जहां 1 फरवरी से ग्रीष्मकालीन स्कूलों को खोला जा रहे हैं. वहीं, 15 फरवरी से प्रदेश में शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों को भी पांचवी कक्षा और आठवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए खोल दिए जाएंगे. यह स्कूल भी तय एसओपी के आधार पर ही खोले जाएंगे.
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