शिमला: तीन दिन अवकाश के बाद बुधवार को बजट सत्र 2022 में सीएम जयराम ठाकुर ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के अभिभाषण चर्चा पर जवाब दिया. सीएम जयराम ने कहा कि इस चर्चा में 41 सदस्यों ने भाग लिया. सदन में करीब साढ़े 15 घंटे चर्चा चली. उन्होंने कहा कि सभी सदस्यों को खुलकर अपनी बात कहने का अवसर दिया गया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार की योजनाओं का जिक्र होता है. अगर उसमें कमियां रह गईं हो तो विपक्ष अपना सुझाव देते हैं. राज्यपाल जब अभिभाषण पढ़ने आए तो गरिमा और आदर होना चाहिए, लेकिन पिछली बार की तुलना में इस बार थोड़ा सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि विपक्ष अभी भी कितनी देर सदन के अंदर हैं, इस बात की कोई गारंटी नहीं है. सीएम में कहा कि पूर्व सरकार की कोई ऐसी योजना नहीं, जिसका अभी जिक्र होता है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता एक व्यक्ति या एक पार्टी की कभी नहीं रही, आना जाना लगा रहता है. उन्होंने कहा कि पहली कैबिनेट में 70 साल अधिक उम्र के लोगों को पेंशन सुविधा दी. इसके अलावा बेसहारा गायों के लिए गौ सदन बनाने का निर्णय लिया. पांच साल के कार्यकाल में एक बार भी बदले की भावना से कार्य नहीं किया. उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में बदले की भावना से कार्य होते रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि 242 जनमंच से लोगों की समस्याओं का उनके घर आंगन में समाधान किया गया.
आपको बता दें कि 23 फरवरी से शुरू हुए चुनावी वर्ष के विधानसभा बजट सत्र 2022 के दौरान विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्यपाल के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा करार दिया था. कांग्रेस का आरोप था कि बीजेपी सरकार ने झूठी योजनाओं का जिक्र किया. जबकि धरातल पर ऐसी कोई भी योजना नहीं उतरी. साथ ही, विपक्षी दलों का यह भी कहना था कि सरकार ने राज्यपाल से झूठी प्रशंसा करवाई है.
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