ETV Bharat / city

12वीं की टॉपर ने सीएम राहत कोष में दी अपनी पॉकेट मनी, शहीद के परिवार को भेजी मदद

author img

By

Published : Jun 23, 2020, 1:57 PM IST

शिमला के मॉर्डन पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल फागू की छात्रा अमृतांशु शर्मा ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अपने जेब खर्च में से 5100 रुपये का चेक दिया है.अमृतांशु शर्मा ने कुछ दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित बारहवीं की परीक्षा के कला संकाय में तृतीय स्थान हासिल किया है.

Amritanshu Sharma
अमृतांशु शर्मा

शिमला: देश सेवा करते हुए वीर सपूत जब शहादत पाते हैं तो जहां उनके परिवार उनके गांव, शहर और राज्य के लिए गर्व की क्षण होता है, लेकिन अपनों के लिए यह एक बड़ी क्षति भी होती है. बेटे की शहादत पर परिवार पूरी तरह से टूट जाता है.

गलवान घाटी में शहीद हुए हिमाचल के वीर सपूत अंकुश ठाकुर ने 21 साल की उम्र में अपनी जान देश के लिए कुर्बान कर दी. छोटी उम्र में शहादत का जाम पीने वाले अंकुश ठाकुर देश के लिए न्योछावर तो हो गए, लेकिन परिवार ने जो उनके लिए सपने संजोए थे वह अधूरे रह गए.

वीडियो रिपोर्ट

शहीद के परिवार की सरकार और संस्थाएं अपने तरीके से मदद करते हैं. कई बार आम लोग भी अपने स्तर तक शहीद के परिवार की मदद करते हैं. ठीक इसी तरह मानवता की मिसाल पेश करते हुए जिला शिमला की अमृतांशु शर्मा जो कि छात्रा हैं, वो परिवार की मदद को आगे आई हैं.

शिमला के मॉर्डन पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल फागू की छात्रा अमृतांशु शर्मा ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अपने जेब खर्च में से 5100 रुपये का चेक दिया है.

अमृतांशु शर्मा ने कुछ दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित बारहवीं की परीक्षा के कला संकाय में तृतीय स्थान हासिल किया है. अमृतांशु शर्मा के इस सराहनीय कदम की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी प्रशंसा की है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों के किए गए इस तरह के अनुकरणीय कार्य न केवल अन्य लोगों को प्रेरित करते हैं, बल्कि सरकार के समाज कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाते हैं. जब अमृतांशु शर्मा ने सीएम कोष में चेक भेंट किया तो इस मौके पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज भी मौजूद रहे.

अमृतांशु शर्मा ने बताया कि एक तरफ रिजल्ट आने से वह खुश थी. वहीं, भारत-चीन विवाद में शहीद हुए जवानों को लेकर वह दुखी थी. उन्होंने कहा कि हमीरपुर के 21 साल के अंकुश ठाकुर भी इस विवाद में शहीद हो गए.

इसलिए उन्होंने सोचा कि वह इन शहीदों के परिवार के लिए कुछ करना चाहती हैं तो उन्होंने अपनी पॉकेट मनी से 5100 रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन दिया है.

अमृतांशु शर्मा ने युवाओं से शहीद परिवारों की मदद करने की अपील की है. अमृतांशु शर्मा के पिता नरेश कुमार शर्मा ने कहा कि बेटी के बारहवीं के रिजल्ट पर तो उन्हें गर्व था ही, लेकिन बेटी के मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसे देने के फैसले पर उन्हें अपनी बेटी पर और ज्यादा गर्व हुआ.

भारत-चीन विवाद पर बोले सीएम जयराम ठाकुर

वहीं, भारत-चीन सीमा विवाद पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीनों सेनाओं को कार्रवाई करने की इजाजत दी है, जिसके लिए वह सरकार को बधाई देते हैं.

उन्होंने कहा कि हिमाचल के लाहौल स्पीति और किन्नौर जिले चीन के साथ लगते हैं. ऐसे में जिलों की जनरल एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस हाई अलर्ट पर है. साथ ही पुलिस सेना के साथ पूरी तरह संपर्क में रहकर काम कर रही है.

ये भी पढ़ें: सोलन में कोरोना के 2 नए मामले आए सामने, जिला में कुल संक्रमितों का आंकड़ा हुआ 81

शिमला: देश सेवा करते हुए वीर सपूत जब शहादत पाते हैं तो जहां उनके परिवार उनके गांव, शहर और राज्य के लिए गर्व की क्षण होता है, लेकिन अपनों के लिए यह एक बड़ी क्षति भी होती है. बेटे की शहादत पर परिवार पूरी तरह से टूट जाता है.

गलवान घाटी में शहीद हुए हिमाचल के वीर सपूत अंकुश ठाकुर ने 21 साल की उम्र में अपनी जान देश के लिए कुर्बान कर दी. छोटी उम्र में शहादत का जाम पीने वाले अंकुश ठाकुर देश के लिए न्योछावर तो हो गए, लेकिन परिवार ने जो उनके लिए सपने संजोए थे वह अधूरे रह गए.

वीडियो रिपोर्ट

शहीद के परिवार की सरकार और संस्थाएं अपने तरीके से मदद करते हैं. कई बार आम लोग भी अपने स्तर तक शहीद के परिवार की मदद करते हैं. ठीक इसी तरह मानवता की मिसाल पेश करते हुए जिला शिमला की अमृतांशु शर्मा जो कि छात्रा हैं, वो परिवार की मदद को आगे आई हैं.

शिमला के मॉर्डन पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल फागू की छात्रा अमृतांशु शर्मा ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अपने जेब खर्च में से 5100 रुपये का चेक दिया है.

अमृतांशु शर्मा ने कुछ दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित बारहवीं की परीक्षा के कला संकाय में तृतीय स्थान हासिल किया है. अमृतांशु शर्मा के इस सराहनीय कदम की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी प्रशंसा की है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों के किए गए इस तरह के अनुकरणीय कार्य न केवल अन्य लोगों को प्रेरित करते हैं, बल्कि सरकार के समाज कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाते हैं. जब अमृतांशु शर्मा ने सीएम कोष में चेक भेंट किया तो इस मौके पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज भी मौजूद रहे.

अमृतांशु शर्मा ने बताया कि एक तरफ रिजल्ट आने से वह खुश थी. वहीं, भारत-चीन विवाद में शहीद हुए जवानों को लेकर वह दुखी थी. उन्होंने कहा कि हमीरपुर के 21 साल के अंकुश ठाकुर भी इस विवाद में शहीद हो गए.

इसलिए उन्होंने सोचा कि वह इन शहीदों के परिवार के लिए कुछ करना चाहती हैं तो उन्होंने अपनी पॉकेट मनी से 5100 रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन दिया है.

अमृतांशु शर्मा ने युवाओं से शहीद परिवारों की मदद करने की अपील की है. अमृतांशु शर्मा के पिता नरेश कुमार शर्मा ने कहा कि बेटी के बारहवीं के रिजल्ट पर तो उन्हें गर्व था ही, लेकिन बेटी के मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसे देने के फैसले पर उन्हें अपनी बेटी पर और ज्यादा गर्व हुआ.

भारत-चीन विवाद पर बोले सीएम जयराम ठाकुर

वहीं, भारत-चीन सीमा विवाद पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीनों सेनाओं को कार्रवाई करने की इजाजत दी है, जिसके लिए वह सरकार को बधाई देते हैं.

उन्होंने कहा कि हिमाचल के लाहौल स्पीति और किन्नौर जिले चीन के साथ लगते हैं. ऐसे में जिलों की जनरल एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस हाई अलर्ट पर है. साथ ही पुलिस सेना के साथ पूरी तरह संपर्क में रहकर काम कर रही है.

ये भी पढ़ें: सोलन में कोरोना के 2 नए मामले आए सामने, जिला में कुल संक्रमितों का आंकड़ा हुआ 81

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.