शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून में इस बार जम कर बादल बरस रहे हैं. प्रदेश में जुलाई माह में 2005 के बाद इस साल जुलाई माह में सबसे अधिक बारिश हुई है. बीते 24 दिनों के भीतर ही 199.7 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. जो सामान्य से 4 फीसदी अधिक आंकी जा रही है. इससे पहले इस अवधि में 2005 में इससे अधिक बारिश हुई थी. प्रदेश में बिलासपुर में एक जुलाई से 24 जुलाई के दौरान सबसे ज्यादा बारिश हुई है. बिलासपुर में 355 मिलीमीटर बारिश हुई है. जो सामान्य से 78 फीसदी ज्यादा रिकॉर्ड की जा रही है. कुल्लू व शिमला में झमाझम बारिश हुई है. कुल्लू में 62 व शिमला में सामान्य से 59 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है.
वहीं, आगामी चार दिन भी भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग की ओर से ऑरेज और येलो अलर्ट जारी किया गया है. विभाग की ओर से आगामी 48 घंटों के लिए येलो अलर्ट, जबकि 27 और 28 जुलाई के लिए ऑरेज अलर्ट किया गया है. इस दौरान नदी नालों के उफान पर होने और लैंडस्लाइड होने की संभावना जताई गई है.
सोमवार को भी राजधानी शिमला में (Weather Update of Himachal Pradesh) जमकर बारिश हुई करीब 1 घंटे तक बारिश होने के चलते लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाए. इसके अलावा प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हुई है. बारिश होने से तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई है. वहीं, आगामी 48 घंटों के दौरान भी भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है.
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने (Heavy Rain in Himachal) कहा कि इस बार मानसून के दौरान काफी अच्छी बारिश हो रही है और 2005 के बाद जुलाई माह में इस बार बारिश रिकॉर्ड की जा रही है. प्रदेश के कांगड़ा, मंडी, बिलासपुर, शिमला में सामान्य से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की जा रही है. प्रदेश में आगामी चार दिन भी भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. आगामी 48 घंटों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट, जबकि 27 और 28 जुलाई में भारी बारिश को लेकर ऑरेज अलर्ट जारी किया गया. इस दौरान लाहौल स्पीति, किन्नौर में भी भारी बारिश हो सकती है. जिसके चलते नदी नाले उफान पर रहने की संभावना है. ऐसे में लोगों को भी एहतियात बरतने की जरूरत है और नदियों के आसपास न जाने की अपील की है.
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