शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में भारतीय प्रशासनिक सेवा और हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा में चयनित प्रतिभागियों के सम्मान में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने हिमाचल प्रदेश से भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित प्रतिभागियों को सम्मानित किया.
राज्यपाल ने अपने वक्तव्य में संकल्प फाउंडेशन के योगदान को सराहा. उन्होंने कहा की संकल्प फाउंडेशन आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को उनके लक्ष्य प्राप्ति में बहुत मदद कर रहा है और साथ ही साथ फाउंडेशन ने सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों के सपनों को साकार करने में विशेष भूमिका अदा की है.
राज्यपाल ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को समाज में एक आदर्श के रूप में जाना जाता है इसलिए जो विद्यार्थी प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए हैं, उन्हें भी आमजनता के समक्ष एक आदर्श प्रस्तुत करते हुए जनता के सेवक के रूप में आगे बढ़ कर जनहित में कार्य करना चाहिए और आम जनमानस की समस्याओं को सुलझाने के लिए अपना सर्वोपरि प्रस्तुत करना चाहिए. वहीं, इस अवसर पर विवि कुलपति आचार्य सिकन्दर कुमार ने कहा कि संकल्प फाउंडेशन ने विभिन्न राज्यों को अनेक प्रशासनिक अधिकारी दिए हैं जो आज उच्चपदों पर आसीन होते हुए देश सेवा में कार्यरत हैं.
वहीं, इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित संकल्प के संस्थापक सदस्य संतोष तनेजा ने राज्यपाल का स्वागत किया और संस्थान द्वारा विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही सेवाओं और गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आईएएस परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास के साथ कठिन प्रयास करने चाहिए. कार्यक्रम में प्रदेश से भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित तीनों सफल प्रतिभागियों ईशांत जसवाल, व्योम बिंदल और अभिषेक धीमान ने मंच से अपने अनुभवों को साझा किया.
उन्होंने सभागार में उपस्थित विद्यार्थियों को प्रेरणादायी विचारों से प्रोत्साहित किया और संकल्प फाउंडेशन द्वारा उनके लक्ष्य प्राप्ति में योगदान की सराहना करते हुए धन्यवाद किया. कार्यक्रम में विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, निदेशक, विभिन्न पीठों के अध्यक्ष, विविद्यालय के छात्र व कर्मचारी वर्ग भी उपस्थित रहे.
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