शिमलाः राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की अध्यक्षता में सोमवार को राजभवन में मुख्य सचिव और प्रदेश सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक का अयोजन किया गया. बैठक में कोरोना महामारी को लेकर राज्य में उठाए गए एहतियाती उपायों की समीक्षा की गई.
राज्यपाल ने इस महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों की सराहना करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में हैं और आपातकालीन सेवाओं में कार्यरत कर्मी निष्ठा से अपनी सेवाएं दे रहे हैं. सामाजिक दूरी बनाए रखने और प्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर दिए जा रहे दिशा-निर्देशों का व्यापक प्रचार किया जाना चाहिए, जिससे स्थिति आगे भी नियंत्रण में रहें. साथ ही आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला बहाल रहनी चाहिए ताकि खाने-पीने व अन्य सामग्री की कोई कमी न हो.
राज्यपाल ने कहा कि आवश्यक सामान की गृह आपूर्ति सेवा इस दिशा में कारगर सिद्ध हो सकती है. उन्होंने जनजातीय क्षेत्रों में और टेलीमेडिसिन केंद्र विकसित करने पर बल दिया. राज्यपाल दत्तात्रेय ने प्रदेशवासियों से मुश्किल की इस घड़ी में सहयोग की अपील की. उन्होंने कहा कि कर्फ्यू लोगों की सुरक्षा के लिए लगाया गया है, इसलिए विशेषकर कामगार वर्ग जहां हैं, वहीं रहें और सामाजिक दूरी बनाए रखें. उनके लिए खान-पान की व्यवस्था की गई है और इसमें कई स्वयंसेवी संगठन भी आगे आ रहे हैं.
इस अवसर पर मुख्य सचिव अनिल खाची ने राज्यपाल को बताया कि मुख्यमंत्री दैनिक रूप से स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और उचित निर्देश दिए जा रहे हैं. वर्तमान में प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है. खाद्य आपूर्ति की श्रृंखला व्यवस्था बहाल है और क्षमता निर्माण में तेजी लाई गई है.
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बैठक में राज्यपाल को अवगत करवाया गया कि अब तक 2870 लोगों को निगरानी में रखा गया. जिसमें से 857 लोगों ने 28 दिनों की आवश्यक निगरानी अवधि पूरी कर ली है. 1730 लोग अभी भी निगरानी में हैं, जबकि 173 लोग प्रदेश छोड़कर जा चुके हैं. प्रदेश में अभी तक एक व्यक्ति की कोरोना वायरस से मृत्यु हुई है, जो तिब्बती मूल का निवासी था और अमेरिका से आया था. एक अन्य को छुट्टी दे दी गई है और एक अन्य 63 साल की महिला टांडा अस्पताल में क्वारंटाइन में हैं.
आईसीएमआर ने कोविड-19 के मामलों के नमूनों की जांच के लिए अभी तक आईजीएमसी शिमला और मेडिकल कॉलेज टांडा की प्रयोगशाला को अधिकृत किया गया है. अब सीआरआई कसौली व क्षेत्रीय अस्पताल मंडी को भी अधिकृत करने के लिए आईसीएमआर व भारत सरकार को अवगत करवाया गया है. इस महामारी को अधिक प्रभावी ढंग से रोकने व नियंत्रण करने के लिए 14 मार्च, 2020 को हिमाचल प्रदेश एपेडेमिक डिजीज (कोविड-19) रेगुलेशन-2020 अधिसूचित कर दिया गया है.
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