शिमला: राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राजभवन में कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीएफआई) की एक सामाजिक पहल साथी हाथ बढ़ाना के ई-उद्घाटन की मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता की. कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मृत्युंजय आर नारायणन ने राज्यपाल का स्वागत किया.
राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों के जीवन को बेहतर बनाने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है और वह अनुशासन, समर्पण और आदर्शों की स्थापना करके विद्यार्थियों को प्रेरित कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षा का कार्य केवल शिक्षण ही नहीं है, शिक्षण के बाद भी इसकी सार्थकता है. यह बच्चे के विचार कौशल का विकास, उन्हें अपने उज्ज्वल भविष्य के निर्माण और राष्ट्र के विकास में योगदान स्वरूप सहायता करने के लिए भी प्रेरित करते हैं.
राज्यपाल ने कहा कि लंबे समय तक कोचिंग संस्थानों ने विद्यार्थियों की आकांक्षाओं को पूरा करने में सहायता की है. उन्होंने कहा कि बहुत से गरीब विद्यार्थियों ने शिक्षा की सीढ़ी से अपने सपनों को साकार किया है. उन्होंने कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को गरीब विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए इस सामाजिक पहल और उनके सपने साकार करने के लिए शुभकामनाएं दी.
राज्यपाल ने कहा कि फेडरेशन का 1000 विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करना एक सराहनीय कार्य है. उन्होंने सीएफआई और पेडागोजी एंड्रॉयड एप्लीकेशन के माध्यम से स्कूली शिक्षा और कोचिंग के क्षेत्र में आई डिजिटल क्रांति पर प्रसन्नता व्यक्त की. राज्यपाल ने कहा कि इनके माध्यम से हमारे देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में भी पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाए जा रहे हैं और इनके द्वारा छोटे और मध्यम कोचिंग संस्थानों को ऑनलाइन और रिकॉर्डिड कक्षाएं, टेस्ट और असाइनमेंट उपलब्ध करवाने के लिए निःशुल्क तकनीकी वातावरण उपलब्ध करवाया जा रहा है.
यह संस्थानों को वर्तमान महामारी के समय में कार्य करने और विद्यार्थियों को सर्वोत्तम तकनीक के माध्यम से चिंतामुक्त ऑनलाइन कक्षाएं लगाने में भी सहायक सिद्ध होगा. राज्यपाल ने कहा कि इस महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा न केवल सहायक सिद्ध होगी बल्कि भविष्य में भी इसकी अपार संभावनाएं हैं. सीएफआई के महासचिव चेतन्य कशुला ने राज्यपाल को फेडरेशन की विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी.