शिमलाः राजधानी शिमला में शुक्रवार को अचानक अधिकारियों के साथ डीसी शिमला आदित्य नेगी अधिकारियों के साथ सब्जी मंडी और लक्कड़ बाजार में दुकानों पर निरीक्षण करने पहुंचे. बता दें कि कई सब्जी विक्रेताओं ने दुकानों पर रेट लिस्ट नहीं लगाई है और लोगों से सब्जी और फल विक्रेता मनमाने दाम वसूल रहे थे. इसकी शिकायतें जिला प्रशासन को मिल रही थीं.
इस दौरान 25 दुकानों का निरीक्षण किया गया और इसमें 14 दुकानदारों ने रेट लिस्ट तक नहीं लगाई थी. ऐसे में मौके पर ही इन दुकानदारों का चालान किया गया और 10 क्विंटल 15 किलो फल और 1 क्विंटल 4 किलोग्राम सब्जियां भी जब्त की गई. उपायुक्त ने दुकानदारों को हर रोज रेट लिस्ट लगाने की हिदायत भी दी.
डीसी शिमला आदित्य नेगी ने कहा कि जिला प्रशासन हर रोज रेट तय करता है और दुकानों के बाहर रेट लिस्ट प्रदर्शित करना अनिवार्य है, लेकिन शहर में दुकादार रेट लिस्ट नहीं लगा रहे थे और आज निरीक्षण किया गया तो रेस्ट लिस्ट ही दुकानों में नहीं लगी थी जिसके चलते उनका चालान किया गया और फल सब्जी भी जब्त की गई है.
तय दामों से ज्यादा दाम न वसूलने की हिदायत
डीसी शिमला ने कहा कि दुकानदारों को रेट लिस्ट लगाने और तय दामों से ज्यादा दाम न वसूलने की हिदायत दी गई है. साथ ही उन्होंने दुकानदारों से कोविड-19 नियमों का पालन करने के निर्देश दिए.
बता दें कि जिला प्रशासन हर रोज सब्जी फलों के दाम तय करता है, लेकिन कई सब्जी विक्रेता न तो रेट लिस्ट लगा रहे हैं और न ही जिला प्रशासन द्वारा तय दामों पर सब्जी फल बेच रहे हैं. ऐसे दुकानदारों पर जिला प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है और चालान किए जा रहे हैं.
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