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स्कूलों में शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद खुली विभाग की नींद, स्टाफ को लेकर भी जारी की एसओपी

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Published : Oct 30, 2020, 8:52 AM IST

दो स्कूलों में 16 शिक्षकों के साथ 22 कर्मी पॉजिटिव आए हैं, ऐसे में अब शिक्षा विभाग की नींद भी खुली है और विभाग ने स्टॉफ को लेकर भी एसओपी जारी कर दी है. शिक्षा विभाग की ओर से सभी सरकारी और निजी कॉलेजों के साथ ही सभी सरकारी और निजी स्कूलों के प्रिंसिपल्स, सभी जिला उपनिदेशकों को यह निर्देश जारी किए है कि वह एसओपी में तय नियमों का पालन करें.

education department issued sop for teachers and staff of schools and institutions
शिक्षा विभाग.

शिमला: प्रदेश के स्कूलों में अब 100 फीसदी स्टाफ आ रहा है. सभी शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी स्कूलों में आ रहे हैं. ऐसे में स्कूलों में शिक्षकों और स्टॉफ के कोरोना पॉजीटिव आने के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मंडी जिला में ही 22 शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद जिला में तीन स्कूलों को बंद कर दिया गया है और आगामी आदेश तक यह स्कूल बंद रहेंगे.

दो स्कूलों में 16 शिक्षकों के साथ 22 कर्मी पॉजिटिव आए हैं, ऐसे में अब शिक्षा विभाग की नींद भी खुली है और विभाग ने स्टॉफ को लेकर भी एसओपी जारी कर दी है. शिक्षा विभाग की ओर से सभी सरकारी और निजी कॉलेजों के साथ ही सभी सरकारी और निजी स्कूलों के प्रिंसिपल्स, सभी जिला उपनिदेशकों को यह निर्देश जारी किए हैं कि वह एसओपी में तय नियमों का पालन करें.

विभाग की ओर से जारी की गई एसओपी के तहत अगर शैक्षणिक संस्थानों कोई भी शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आता है या उनमें किसी तरह के फ्लू के लक्षण आते हैं उन्हें डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों के तहत घर ओर अस्पताल में उनके स्वस्थ होने तक आइसोलेशन में रखा जाए. इसके साथ ही सभी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को शिक्षण संस्थान में फेस कवर ओर मास्क पहनाना अनिवार्य है. वहीं स्टॉफ को आपस में भी सोशल डिस्टेंसिंग मेंटन करने के साथ ही लंच ब्रेक में एक साथ इकट्ठे ना होने के निर्देश दिए गए है.

स्टाफ रूम में भी कम से कम गेदरिंग करने के आदेश विभाग ने जारी किए है. विभाग ने सपष्ट किया है कि दो गज की दूरी बहुत जरूरी है. आवश्यक है कि स्टॉफ आपस में भी इस प्रोटोकॉल को पूरा करें. इस तरह की व्यवस्था शिक्षण संस्थानों में करने के निर्देश एसओपी में शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन हो सके और स्टाफ के साथ ही जो छात्र भी स्कूल आ रहे हैं वह भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपनी कक्षाएं स्कूलों में लगाएं.

बता दें कि भले ही सरकार की ओर से 9वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए नियमित कक्षाएं लगाने का पैसा भी लिया गया है. लेकिन लगातार स्कूलों में आ रहे कोरोना वायरस के मामले सरकार के इस फैसले को लेकर कहीं ना कहीं सवाल उठाने लगे हैं. ऐसे में अब विभाग की ने जारी की गई एसओपी का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है.

इसके साथ ही संस्थान के खुलते हैं उसे सेनिटाइजेशन की प्रक्रिया को पूरा करने के साथ ही स्टाफ रूम, कॉमन रूम और हर वह स्थान जहां सबका ज्यादा संपर्क होता है, उसे सेनिटाइज करना आवश्यक होगा. इसके साथ ही एंट्री गेट पर ही थर्मल सकैंनिंग के साथ हाथ सेनिटाइज करने की भी व्यवस्था शिक्षण संस्थानों में करनी होंगी.

शिमला: प्रदेश के स्कूलों में अब 100 फीसदी स्टाफ आ रहा है. सभी शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी स्कूलों में आ रहे हैं. ऐसे में स्कूलों में शिक्षकों और स्टॉफ के कोरोना पॉजीटिव आने के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मंडी जिला में ही 22 शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद जिला में तीन स्कूलों को बंद कर दिया गया है और आगामी आदेश तक यह स्कूल बंद रहेंगे.

दो स्कूलों में 16 शिक्षकों के साथ 22 कर्मी पॉजिटिव आए हैं, ऐसे में अब शिक्षा विभाग की नींद भी खुली है और विभाग ने स्टॉफ को लेकर भी एसओपी जारी कर दी है. शिक्षा विभाग की ओर से सभी सरकारी और निजी कॉलेजों के साथ ही सभी सरकारी और निजी स्कूलों के प्रिंसिपल्स, सभी जिला उपनिदेशकों को यह निर्देश जारी किए हैं कि वह एसओपी में तय नियमों का पालन करें.

विभाग की ओर से जारी की गई एसओपी के तहत अगर शैक्षणिक संस्थानों कोई भी शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आता है या उनमें किसी तरह के फ्लू के लक्षण आते हैं उन्हें डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों के तहत घर ओर अस्पताल में उनके स्वस्थ होने तक आइसोलेशन में रखा जाए. इसके साथ ही सभी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को शिक्षण संस्थान में फेस कवर ओर मास्क पहनाना अनिवार्य है. वहीं स्टॉफ को आपस में भी सोशल डिस्टेंसिंग मेंटन करने के साथ ही लंच ब्रेक में एक साथ इकट्ठे ना होने के निर्देश दिए गए है.

स्टाफ रूम में भी कम से कम गेदरिंग करने के आदेश विभाग ने जारी किए है. विभाग ने सपष्ट किया है कि दो गज की दूरी बहुत जरूरी है. आवश्यक है कि स्टॉफ आपस में भी इस प्रोटोकॉल को पूरा करें. इस तरह की व्यवस्था शिक्षण संस्थानों में करने के निर्देश एसओपी में शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन हो सके और स्टाफ के साथ ही जो छात्र भी स्कूल आ रहे हैं वह भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपनी कक्षाएं स्कूलों में लगाएं.

बता दें कि भले ही सरकार की ओर से 9वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए नियमित कक्षाएं लगाने का पैसा भी लिया गया है. लेकिन लगातार स्कूलों में आ रहे कोरोना वायरस के मामले सरकार के इस फैसले को लेकर कहीं ना कहीं सवाल उठाने लगे हैं. ऐसे में अब विभाग की ने जारी की गई एसओपी का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है.

इसके साथ ही संस्थान के खुलते हैं उसे सेनिटाइजेशन की प्रक्रिया को पूरा करने के साथ ही स्टाफ रूम, कॉमन रूम और हर वह स्थान जहां सबका ज्यादा संपर्क होता है, उसे सेनिटाइज करना आवश्यक होगा. इसके साथ ही एंट्री गेट पर ही थर्मल सकैंनिंग के साथ हाथ सेनिटाइज करने की भी व्यवस्था शिक्षण संस्थानों में करनी होंगी.

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