किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के क्षेत्रीय चिकित्सालय रिकांगपिओ में पिछले कई वर्षों से विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के चलते लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. डॉक्टरों की कमी के चलते लोगों को इलाज के लिए शिमला जाना पड़ रहा है.
क्षेत्रीय चिकित्सालय रिकांगपिओ में दो जनरल सर्जन डॉक्टर, एक आंखों के विशेषज्ञ डॉक्टर, एक गाइनकॉलजिस्ट, एक एनैस्थिसिया ऑन डेपुटेशन पर कार्यरत है. वहीं, मुख्य विशेषज्ञ डॉक्टर जिसमें छोटे बच्चों के विशेषज्ञ डॉक्टर, ऑर्थो के डॉक्टर, एनैस्थिसिया व रेडियोलॉजिस्ट के पद खाली हैं जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि क्षेत्रीय चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी के चलते मरीजों को आपातकालीन में रामपुर व शिमला के लिए रेफर किया जाता है जिस कारण कई मरीजों की रास्ते में ही मौत हो जाती है. पिछले कई वर्षों से क्षेत्रीय चिकित्सालय रिकांगपिओ केवल एक रेफरल अस्पताल के रूप में जाना जा रहा है. हालांकि, लोगों ने कई बार इस अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की मांग की है लेकिन प्रदेश सरकार ने आज तक रिक्त पदों को नहीं भरा है.
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