शिमलाः हिमाचल के सबसे बड़े महिला अस्पताल में डाॅक्टर की रिपाेर्ट काेराेना पाॅजिटिव आने के बाद लेबर रूम सील कर दिया गया. इस दाैरान कुछ देर तक सामान्य ओपीडी भी बंद रखी गई. इमरजेंसी ओपीडी में ही महिलाओं का चेकअप किया गया. साथ ही अस्पताल में माैजूद कर्मचारियाें के सैंपल भी लिए गए.
सैंपल लेने के बाद सामान्य ओपीडी काे शुरू किया गया. प्रशासन ने दूसरा लेबर रूम भी तैयार किया. पुराने लेबर रूम काे पूरी तरह से सेनिटाइज करवाया गया. दोपहर बाद तीन बजे प्रशासन की बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि अब ओपीडी में केवल महिलाओं काे ही जाने की अनुमति हाेगी. तीमारदार केवल इमरजेंसी में जा सकेंगे. बता दें कि केएनएच में अभी तक पांच डाॅक्टर काेराेना पाॅजिटिव आ चुके हैं.
शिमला में काेराेना के वीरवार काे 35 नए मरीज आए हैं और 20 लोगों ने कोरोना को मात दे कर स्वस्थ हुए हैं. इसमें दाे विधानसभा में पीएचसी के कर्मचारी पाॅजिटिव आए हैं. इसके अलावा अएमसी की फ्लू ओपीडी में चार मरीज, केएनएच में एक, शाेघी में एक, संजाैली से दाे, आईजीएमसी के ट्राइज वार्ड में दाे, भट्टाकुफर, विकासनगर एक-एक मरीज पाॅजिटिव पाए गए हैं. शहर में लगातार काेराेना के मरीजाें काे आंकड़ा बढ़ता जा रहा है जिससे अब शहर के लाेगाें में डर बना हुआ है.
केएनएच अस्पताल की एमएस डाॅ. अंबिका चाैहान ने बताया कि वीरवार काे अस्पताल का पुराना लेबर रूप सेनिटाइज किया गया और लेबर रूम काे नई जगह शिफ्ट किया गया है. सेनिटाइजेशन के दाैरान उस जगह पर किसी काे जाने नहीं दिया गया. अस्पताल में अब तक पांच डाॅक्टर संक्रमित हाे चुके हैं. ऐसे में मरीजाें और तीमारदाराें से अपील है कि संक्रमण की रोकथाम के लिए जरूरी है कि अस्पताल में साेशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें. सामान्य चेकअप के लिए आने से पहले डाॅक्टराें की सलाह लें. अस्पताल में भीड़ ना करें.
ये भी पढ़ें- कंगना मामले में राज्य महिला आयोग ने लिया संज्ञान, उचित कार्रवाई की मांग
ये भी पढ़ें- राष्ट्र-निर्माण में केंद्रीय स्थान पर होती है युवाओं की भूमिका: राज्यपाल