शिमला: वर्ल्ड डाइबिटिज डे (world diabetes day) पर मधुमेह के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आईजीएमसी के मेडिसन विभाग (Medicine Department of IGMC) की ओर से ऐतिहासिक रिज मैदान (Historic Ridge Ground) पर मधुमेह जांच कैंप (Diabetes check up camp ) का आयोजन किया गया. आईजीएमसी के मेडिसन विभाग के प्रोफेसर डाॅ. जितेंद्र माेक्टा की अगुवाई में आयोजित इस कैंप में 504 लोंगों की मधुमेह टेस्टिंग की गई, जिसमें 21 लोग पॉजिटिव पाए गए.
इसमें महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, समेत लोअर हिमाचल के लोगों ने कैंप में पहुंचर जांच करवाया. इस दौरान प्रो. जितेंद्र मोक्टा ने लोगों को मधुमेह के प्रति जागरूक भी किया. उन्होंने बताया कि आजकल लाइफ स्टाइल में बदलाव के कारण मधुमेह के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में मधुमेह फैलना चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान लोगों के दिनचर्या में भी काफी बदलाव आया है. इन दिनों लोग घर में कैद हो गए हैं. ऐसे में शारीरिक गतिविधियां काफी कम हो गई हैं. मधुमेह बढ़ने का यह भी एक कारण है
प्रो. जितेंद्र मोक्टा ने कहा कि रिसर्च से पता चला है कि हिमाचल में बीते कुछ सालों के मुकाबले मधुमेह के रोगियों (diabetic patients) की संख्या में इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि हालांकि मधुमेह होने के कई कारण हो सकते हैं. इसमें खानपान और जैनेटिक प्रमुख हैं. उन्होंने कहा कि आज के दौर में डायबिटीज को कंट्रोल करना बेहद आसान है.
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए खानपान में बदलाव और व्यायाम जरूरी है. उन्होंने कहा कि डायबिटीज के हल्के में न लें. इससे अन्य बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है. कोरोना काल में मधुमेह संक्रमित मरीजों के लिए घातक साबित हुआ है.
ये भी पढ़ें: नियमों के दायरे में रहकर काम करें अधिकारी, नहीं तो सत्ता में आने पर करेंगे कार्रवाई: विक्रमादित्य सिंह
ये भी पढ़ें: सतीवाला में सीएम जयराम ने विपक्ष पर साधा निशाना, बोले- कांग्रेस के लिए काम नहीं घोटाला ही उपलब्धि