शिमला: हिमाचल पुलिस ने मंडी में नकली शराब से 7 लोगों के मौत के मामले की गुत्थी को सुलझा लिया है. शनिवार को डीजीपी संजय कुंडू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि पुलिस ने 72 घंटे में मामले को सुलझा लिया है. हिमाचल पुलिस ने इस मामले में अवैध शराब बनाने की एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए मुख्य आरोपी समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा पुलिस ने हमीरपुर में छापेमारी के दौरान नगदी समेत अवैध शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले कई सामान को जब्त किया है.
एसआईटी कर रही थी मामले की जांच-इस मामले की जांच करने के लिए डीआईजी मधु सूदन की अगुवाई में एक एसआईटी बनाई गई थी. जिसमें एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री, एसपी कांगड़ा खुशाल शर्मा और एसपी सीआईडी वीरेंद्र कालिया शामिल थे. इस एसआईटी में बाद में आईपीएस दिग्विजय नेगी को भी जोड़ा गया जो हाल ही में एनआईए में अपनी सेवाएं देकर लौटे हैं.
आरोपियों की गिरफ्तारी- 20 जनवरी को पुलिस ने 4 आरोपियों सोहन लाल, प्रदीप कुमार, जगदीश चंदी और अच्चार सिंह को गिरफ्तार किया. इस मामले में मुख्य आरोपी नरेंद्र मौके से फरार हो गया लेकिन स्थानीय पुलिस ने उसे 20 जनवरी की रात को गिरफ्तार कर लिया. जिससे पूछताछ के दौरान पता चला कि अवैध शराब तस्करी का मुख्य सप्लायर पालमपुर का गौरव मनहास उर्फ गुरु था. जिसकी लोकेशन पंजाब के जीरकपुर में मिली, पुलिस ने 21 जनवरी को एक होटल से गुरु को गिरफ्तार किया गया. तलाशी के दौरान उससे अवैध शराब से जुड़ी चीजें बरामद हुई.
हमीरपुर से चल रहा था अवैध शराब का धंधा- गुरु से पूछताछ के दौरान पता चला कि वो अवैध शराब का ये धंधा हमीरपुर के प्रवीन ठाकुर के साथ मिलकर चलाता है. जहां एक अवैध शराब की यूनिट है. इसके लिए कच्चा माल और पैकिंग के लिए सामान दूसरे राज्यों से जुड़े लोगों से मिलता था. दिल्ली का सागर सैनी शराब के ड्रम मुहैय्या करवाता था जबकि जम्मू कश्मीर के सांबा का रहने वाला एके त्रिपाठी शराब बनाने का फॉर्मूला देता था.
छापेमारी में क्या-क्या मिला- आरोपियों से पूछताछ और एसआईटी की पूरी जांच के बाद टीम ने 21 जनवरी की रात हमीरपुर में छापेमारी की. जहां भारी मात्रा में अवैध शराब और शराब बनाने के साथ-साथ पैकेजिंग का सामान भी बरामद हुआ है.
- 6000 से ज्यादा अवैध शराब की बोतलें बरामद की गई. जिन पर VRV Foods Pvt. Ltd. के नकली स्टिकर VRV Fools के नाम से लगाए गए थे. जिनमें अंतर बहुत ध्यान से देखने पर ही समझ आता है.
- 300 लीटर के 5 प्लास्टिक टैंक.
- 50 लीटर के 9 प्लास्टिक ड्रम.
- एक पेटी में VRV Fools Pvt. Ltd. के 136 लेबल बरामद हुए.
- 124 शीट जिसमें 2500 से ज्यादा होलोग्राम थे.
- 18 प्लास्टिग टैग रोल जिनपर VRV Foods की छाप थी.
- एक पेटी में 500 मिली. की चार बोतलें.
- 5 लीटर फ्लेवर, दो प्लास्टिक टब, 3 प्लास्टिक मग, 3 करछी.
- दो बोतल सील करने की मशीन, एक बोतल भरने की मशीन.
- प्लास्टिक के 56 बैग जिनमें 2500 से ज्यादा खाली बोतलें थी.
- 2000 से ज्यादा खाली पेटियां जिनपर VRV Foods Ltd की छाप थी.
- दो थर्मामीटर, दो हाइड्रोमीटर, 60 मिली. की एक सिरिंज.
- प्लास्टिक के 33 पानी के कंटेनर (20 लीटर वाले).