शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान भारी बरसात ने कहर बरपाया है. अब तक विभिन्न दुर्घटनाओं में 188 लोगों की जान जा (Deaths during rainy season in HP) चुकी है. इसके अलावा लोक निर्माण विभाग और जलशक्ति विभाग को 977 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो चुका है. बरसात के इस सीजन में अकेले वाहन दुर्घटनाओं में 98 लोगों की मौत हुई है. दुखद बात है कि पेड़ अथवा ऊंचाई वाले स्थान से गिरने के कारण ही 29 लोगों की जान गई.
सर्पदंश से 18 लोगों ने जान गंवाई. नदी-नालों में डूबने से 20 लोगों की मौत हुई तो भूस्खलन के कारण (landslide in himachal) मलबे में दबने से पांच लोग मारे गए. वाहन दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें जिला कुल्लू व शिमला में हुई हैं. इन दोनों जिलों में 18-18 अनमोल जीवन काल का ग्रास बने. मंडी में 13 व चंबा जिले में 10 लोगों की मौत वाहन हादसों में हुई है. विभिन्न आपदाओं में सबसे अधिक मृत्यु जिला शिमला में और फिर जिला कुल्लू व मंडी में हुई हैं. शिमला जिले में 32, कुल्लू में 25 और मंडी जिले में विभिन्न आपदाओं में 23 लोगों की जान गई. प्रदेश भर में 340 लोग अलग-अलग आपदाओं में घायल हुए हैं.
इस समय तक हिमाचल प्रदेश में लोक निर्माण विभाग में 568 करोड़ व जलशक्ति विभाग में 390 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान (Damage in monsoon season in Himachal) हो चुका है. कुल नुकसान 977 करोड़ रुपए से अधिक का है. शुक्रवार को प्रदेश में कई स्थानों पर हादसे हुए. ऊना में स्कूल बस गिरी. हनोगी में भूस्खलन से भारी तबाही हुई है. नुकसान का ये सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है. हिमाचल को हर साल बरसात के सीजन में सैकड़ों करोड़ रुपए का नुकसान होता है. हर साल कई अनमोल जीवन आपदाओं की भेंट चढ़ जाते हैं.
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