शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन के बीजेपी में शामिल होने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर (Asha Kumari on harsh mahajan) शुरू हो गया है. हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष के बाद अब डलहौजी से कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने हर्ष महाजन के भाजपा में शामिल होने पर जमकर निशाना साधा है.
आशा कुमारी (Dalhousie Congress MLA Asha Kumari ) ने ट्विटर पर लिखा है, 'पार्टी दिशाहीन नहीं बल्कि 45 वर्षों तक संगठन से सम्मान और पद पाने वाले नेता संघर्षहीन हो चुके हैं। ऐसे मौकापरस्त लोग जब अंधभक्ति स्वीकार कर लें तो समझ जाना चाहिए कि स्वार्थ, स्वहित और अहंकार उनके सिर चढ़ चुका है। वरिष्ठ नेता उम्र से नहीं निष्ठा, ईमानदारी व संघर्ष से बनते हैं।'
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पार्टी दिशाहीन नहीं बल्कि 45 वर्षों तक संगठन से सम्मान और पद पाने वाले नेता संघर्षहीन हो चुके हैं। ऐसे मौकापरस्त लोग जब अंधभक्ति स्वीकार कर लें तो समझ जाना चाहिए कि स्वार्थ, स्वहित और अहंकार उनके सिर चढ़ चुका है।
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वरिष्ठ नेता उम्र से नहीं निष्ठा, ईमानदारी व संघर्ष से बनते हैं।
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— Asha Kumari (@AshaKumariINC) September 28, 2022
वरिष्ठ नेता उम्र से नहीं निष्ठा, ईमानदारी व संघर्ष से बनते हैं।पार्टी दिशाहीन नहीं बल्कि 45 वर्षों तक संगठन से सम्मान और पद पाने वाले नेता संघर्षहीन हो चुके हैं। ऐसे मौकापरस्त लोग जब अंधभक्ति स्वीकार कर लें तो समझ जाना चाहिए कि स्वार्थ, स्वहित और अहंकार उनके सिर चढ़ चुका है।
— Asha Kumari (@AshaKumariINC) September 28, 2022
वरिष्ठ नेता उम्र से नहीं निष्ठा, ईमानदारी व संघर्ष से बनते हैं।
हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन बीजेपी में शामिल (harsh mahajan joins bjp) हो गए हैं. बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा. इससे पहले एक और कार्यकारी अध्यक्ष पवन काजल ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे.
हर्ष महाजन कौन हैे: हर्ष महाजन हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी रहे हैं. हिमाचल की चंबा विधानसभा सीट से 3 बार विधायक रहे हर्ष महाजन वीरभद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं. हिमाचल प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष के तौर पर भी सेवाएं दी हैं. हिमाचल में कांग्रेस का बड़ा चेहरा रहे हर्ष महाजन को कुछ समय पहले ही पार्टी आलाकमान ने कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी. हर्ष महाजन ने भले बीते 15 साल से चुनाव ना लड़ा हो लेकिन वो वीरभद्र सिंह के रणनीतिकारों में से प्रमुख थे.
क्यों छोड़ी कांग्रेस: बताया जा रहा है कि वीरभद्र सिंह के करीबी रहे हर्ष महाजन से प्रदेश कांग्रेस के संगठन ने दूरी बना ली थी. मौजूदा वक्त में प्रदेश कांग्रेस की कमान वीरभद्र सिंह की पत्नी और मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह के हाथ है. बताया जा रहा है संगठन में पूछ ना होने के कारण और कार्यकारी अध्यक्ष होने के बावजूद टिकट वितरण में अनदेखी के बाद उन्होंने ये बड़ा कदम उठाया और बुधवार को कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया.
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