शिमलाः हिमाचल की बीजेपी सरकार 27 दिसंबर को 3 साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है. इस दौरान जहां भाजपा जश्न मनाने जा रही है वहीं, कांग्रेस इस दिन को काला दिवस के रूप मे मनाएगी. कांग्रेस ने भाजपा के 3 सालों को कुशासन, विश्वासघात और बर्बादी के 3 साल करार दिया है.
शुक्रवार को राजीव भवन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम सरकार के तीन साल के कार्यकाल पर संयुक्त पत्रकार वार्ता कर निशाना साधा और इसे विफल करार दिया. कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि सरकार के 3 साल का कार्यकाल पूरा होने पर कांग्रेस 27 दिसंबर को काला दिवस के रूप में मनाएगी.
मंहगाई को बताया सरकार की उपलब्धि
इसके तहत जिला से लेकर ब्लॉक स्तर पर काले मास्क और काले झंडे के साथ प्रदर्शन किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार के 3 साल का कार्यकाल जनता पर भारी पड़ा है. सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है. कोरोना काल में बस किराया बढ़ाना, पीडीएस प्रणाली को ध्वस्त करना, दाल, तेल, चीनी, नमक, पेट्रोल, बिजली, पानी, सीमेंट को महंगा करना सरकार की उपलब्धि रही है.
'2 हजार लोगों की हुई मौत और सरकार मना रही सुशासन'
वहीं, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान 2 हजार से अधिक लोगों मौत का शिकार हो गए हैं और यह सरकार 27 दिसंबर को 3 साल का कार्यकाल पूरा होने पर जश्न मनाने की तैयारियों में जुटी है. इससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश की जयराम सरकार एक संवेदनहीन सरकार बनकर रह गई है.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के 3 साल सुशासन विश्वास और विकास के नहीं बल्कि कुशासन विश्वासघात और बर्बादी वाली रहे. जयराम सरकार के पास 3 साल के कार्यकाल की गिनाने के लिए तीन उपलब्धियां तक नहीं है. ऐसे में सरकार किसका जश्न मना रही है. यह जनता को बताना चाहिए.
'1000 से अधिक लोगों ने की आत्महत्या'
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना से 1000 से अधिक मौतें हो गई हैं. इसके साथ ही कोरोना काल में 1000 से अधिक लोगों ने आत्महत्या कर ली है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जयराम सरकार प्रदेश की पहली ऐसी सरकार हैं जिसके कार्यकाल में इतनी आत्महत्या हुई है. उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार को जश्न नहीं मातम मानना चाहिए.
'न रेलवे विस्तार हुआ न फोरलेन काम आगे बढ़ा'
प्रदेश के विकास को लेकर ना तो सरकार के पास कोई नीति है और न ही नियत है. ऐसे में सरकार द्वारा किए गए वादों को भूल जाना ही बेहतर है. सरकार के 3 साल झूठ और लूट के रहे हैं. कानून व्यवस्था का जनाजा निकला है. महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स मीट में 18 करोड़ के तंबू लगे जबकि परिणाम शून्य है. इसी तरह रेलवे विस्तार कहीं नजर नहीं आ रहा और फोरलेन का काम ठप पड़ा है.
'पैदल चलने वालों के सरकार ने काटे चालान'
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आजाद भारत में यह पहली बार हुआ है कि पैदल चलने वालों के भी चालान काटे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले सरकार कहती थी कि मास्क ना पहने पर 1000 का चालान होगा. फिर कहती है कि 5000 का चालान होगा और 8 दिनों की जेल होगी. इसके साथ ही जो कोरोना का टेस्ट करवाने से मना करने वालों की भी चालान काटने की बात कही गई. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पैदल चलने वालों के चालान काट कर ही 3 करोड़ रुपए जुटा लिए हैं.
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