शिमला: वैसे तो मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह मामा के नाम से विख्यात हैं, लेकिन इन दिनों हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी सिरमौर जिला के मामा के रूप में सुर्खियां बटोर रहे हैं. सबसे पहले जब सिरमौर के एक कर्मचारी ने ओपीएस आंदोलन के समय सीएम जयराम ठाकुर के लिए लोकल बोली में जोइया मामा (JOIYA MAMA PUCHUDA SLOGAN) कहा था तो वे नाराज हो गए थे. सदन में गुस्से में आकर सीएम जयराम ठाकुर ने यहां तक कह दिया था कि व्हाट इज दिस जोइया मामा, लेकिन अब मुख्यमंत्री का भाजों और भांजियों के प्रति खूब प्रेम उमड़ रहा है.
कल यानी शुक्रवार को सिरमौर के भांजों और भांजियों से मिलने के लिए सीएम फिर से दौरा (CM Jairam Sirmaur tour) करेंगे. हाल ही में सिरमौर दौरों में सीएम जयराम ठाकुर ने जन सभाओं में कहा था कि मामा ने अपना फर्ज निभाया है और अब भांजों की बारी है. जाहिर है चुनावी साल में राजनेता इस तरह की भावुक अपीलें करते हैं, लेकिन राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा का विषय बन गया है कि सीएम जयराम ठाकुर एक समय जोइया मामा कहे जाने पर नाराज हो गए थे और बाद में उसी को चुनावी हथियार बना लिया है.
अब सीएम सिरमौर में कह रहे हैं कि उन्हें सिरमौर वालों ने मामा कहा है तो अब भांजों और भांजियों का ख्याल तो रखना ही होगा. जयराम ठाकुर ने कहा है कि जब भी भांजों को जरूरत होगी तो मामा उनके साथ खड़ा है, लेकिन जब मामा को जरूरत होगी तो भांजों को भी उनके साथ खड़ा होना होगा. सीएम जनसभाओं में कह रहे हैं कि भांजे आगे बढ़ेंगे तो मामा को खुशी होगी. वे इस दौरान अपनी सरकार के कार्यकाल में हुए सिरमौर के विकास का गुणगान कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि भाजपा सरकार ने जितना विकास करवाया है, उतना आज से पहले नहीं हुआ.
यही नहीं, वे हर बार भांजों के प्रति प्रेम को दर्शाना भी नहीं भूलते (Jairam thakur on Joiya Mama Puchuda slogan) हैं. इस तरह सीएम जयराम ठाकुर ने जोइया मामा वाले नारे को चुनावी हथियार बना लिया है. उल्लेखनीय है कि ओपीएस की बहाली की मांग करने वाले कर्मचारियों ने शिमला में जोरदार रैली और विरोध प्रदर्शन किया था. उस रैली में एक कर्मचारी ने नारा दिया था, जिससे सीएम आहत हो गए थे. वो नारा था-जोइया मामा मन्दा नईं, कर्मचारी को शुणदा नईं. उसके बाद सीएम जयराम ठाकुर ने सदन में भी नाराजगी जताई थी.
वहीं, कर्मचारी ये कह रहे थे कि स्थानीय बोली में मामा शब्द प्रेम और आदर का सूचक है. बाद में सीएम जयराम ठाकुर ने चतुराई से काम लिया और उनके खिलाफ गढ़े गए नारे को चुनावी हथियार बना लिया है. अब सीएम जयराम ठाकुर शुक्रवार को फिर से सिरमौर जा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि सिरमौर जिला में रेणुका, नाहन, पच्छाद, पांवटा साहिब व शिलाई के तौर पर पांच विधानसभा क्षेत्र हैं. यहां इस समय नाहन, पांवटा साहिब व पच्छाद में भाजपा के विधायक हैं और दो सीटों शिलाई व रेणुकाजी में कांग्रेस के विधायक हैं. अब देखना है कि सीएम जयराम ठाकुर की भांजों व भांजियों से ये भावुक अपील चुनाव में कितना कारगर साबित होती है.
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