शिमला: राज्यपाल के अभिभाषण (himachal assembly budget session) पर चर्चा का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कर्मचारियों के कुछ वर्ग नेताओं के कहने पर आंदोलन में लगे हैं. उन्होंने अपनी मांगों को लेकर सरकार से बात करनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष कर्मचारियों के अलग-अलग (cm jairam thakur on employees protest ) वर्ग को भड़काने का काम कर रहे हैं. यह बात ठीक नहीं है.
सीएम जयराम ने कहा कि कोरोना काल में भी किसी कर्मचारी की एक दिन की भी सैलेरी नहीं रोकी गई. उन्होंने कहा कि कर्मचारी कुछ लोगों के कहने पर आंदोलन कर रहे हैं, यह ठीक नहीं है राजनीतिक मकसद के साथ नेताओं के हाथ की कठपुतली नहीं बनें. पीटीए, एसएमसी, ओपीएस और एनपीएस के मसले पर भी समाधान जारी है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जाएगा. रिटायरमेंट से एक दिन पहले मौत पर भी करुणामूल्क का हकदार बनाया. उन्होंने धरना खत्म कर सरकार से चर्चा की बात कही.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार की योजनाओं का जिक्र होता है. अगर उसमें कमियां रह गईं हो तो विपक्ष अपना सुझाव देते हैं. राज्यपाल जब अभिभाषण पढ़ने आए तो गरिमा और आदर होना चाहिए, लेकिन पिछली बार की तुलना में इस बार थोड़ा सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि विपक्ष अभी भी कितनी देर सदन के अंदर हैं, इस बात की कोई गारंटी नहीं है. सीएम में कहा कि पूर्व सरकार की कोई ऐसी योजना नहीं, जिसका अभी जिक्र होता है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता एक व्यक्ति या एक पार्टी की कभी नहीं रही, आना जाना लगा रहता है. उन्होंने कहा कि पहली कैबिनेट में 70 साल अधिक उम्र के लोगों को पेंशन सुविधा दी. इसके अलावा बेसहारा गायों के लिए गौ सदन बनाने का निर्णय लिया. पांच साल के कार्यकाल में एक बार भी बदले की भावना से कार्य नहीं किया. उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में बदले की भावना से कार्य होते रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि 242 जनमंच से लोगों की समस्याओं का उनके घर आंगन में समाधान किया गया.
जयराम ठाकुर ने कहा कि उज्ज्वला और गृहणी सुविधा योजना से 3 लाख 25 हजार गैस सिलेंडर चूल्हे आवंटित किए. हिमकेयर से 2 लाख 27 हजार गरीब लोगों का इलाज किया. मुख्यमंत्री सहारा योजना से 18 हजार 218 लोगों की मदद की गई. मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 2231 युवाओं ने लाभ उठाया और 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए. मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1100 के माध्यम से लोग घर बैठे ही समस्या बता सकते हैं. प्राकृतिक खेती का कॉन्सेप्ट लाया, गरीब बेटी की शादी के लिए शगुन योजना के तहत 31 हजार दिया जा रहा है.
निजी क्षेत्र के योगदान के लिए इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया. जिसमें साढ़े 13 हजार करोड़ की इन्वेस्टमेंट पहली ग्राउंड ब्रेकिंग की गई और 95 प्रतिशत से अधिक काम जमीन पर खड़ा किया गया. उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के समय का तरीका मस्ती में रहने का होता था. वर्तमान सरकार ने पहले दिन से काम किया है. मुख्यमंत्री ने कर्ज पर कहा कि 2012-13 से 2017-18 तक हिमाचल पर 48 हजार करोड का ऋण था. कांग्रेस ने 5 साल में 28 हजार 707 रुपये लोन लिया और ऋण का ग्रोथ 67 प्रतिशत थी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में वेंटिलेटर की संख्या 31 थी, लेकिन आज 1014 वेंटिलेटर हैं. अभी 972 वेंटिलिटेर काम कर रहे हैं और चालू हालात में हैं. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में ऑक्सीजन सिलेंडर की भारी कमी महसूस हुई, आज 17 हजार सिलेंडर है.
शराबकांड का जिक्र करते हुए सीएम जयराम ने कहा कि दोषियों के खइलाफ ऐसी कार्रवाई होगी, जो पहले कभी नहीं हुई है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि1997 में ऊना में हुई इसी प्रकार की घटना में एफआईआर के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. शराबकांड में 4 एक्साइज इंपेक्टर सस्पेंड किए हैं. ऊना पटाखा फैक्ट्री में 11 लोगों की मौत हुई है. मुख्य आरोपी रोहित पूरी को एसआईटी ने मुंबई से गिरफ्तार किया है.
यूक्रेन में फंसे बच्चों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की. हिमाचल के 108 छात्र अभी तक लाए जा चुके हैं. कीव में हिमाचल का कोई छात्र नहीं है, लेकिन खारकीव में अभी भी छात्र फंसे हैं. परिजनों और बच्चों से बात हुई है. सीएम जयराम ने कहा कि कोरोना काल में कृषि के क्षेत्र से सबसे ज्यादा सहायता मिली. प्राकृतिक खेती इस क्षेत्र में नया इनिशिएटिव है. खनन के क्षेत्र का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरुआत में 5 माइनिंग पोस्ट लगाई, लेकिन उसका आशा के अनुरूप परिणाम नहीं हुआ. ऊना जिला में कार्रवाई हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में कार्रवाई ही नहीं होती थी.
किसान सम्मान निधि से 9 लाख 74 हजार किसानों को लाभ मिला है. प्रधानमंत्री कृषि योजना के तहत 42 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए. उन्होंने कहा कि एंटी हेल नेट प्रदेश का नया कांसेप्ट लाया गया. इसके अलावा धान खरीद की मंडियां पहली बार खोली गई. प्रदेश में 7 मंडियां खोली गई. पर्यटन के क्षेत्र में नई साइट्स विकसित की जा रही है. धर्मशाला में रोपवे संभव हुआ और धर्मशाला से मैक्लोडगंज तक करीब 2 किलोमीटर का रोपवे बना. अटल टनल के समीप टूरिस्ट डेस्टिनेशन का काम केवल फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिलने पर शुरू हो जाएगा.
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