शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) को प्रदेश के राज्यत्व की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में हिमाचल विधानसभा के विशेष सत्र (special session of the assembly) को संबोधित करने के लिए हिमाचल प्रदेश में आने का औपचारिक निमंत्रण दिया. सीएम ने वीरवार को दिल्ली में भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भेंट कर उन्हें निमंत्रण दिया.
सीएम जयराम ठाकुर (CM jairam Thakur) ने राष्ट्रपति को जानकारी दी कि इस वर्ष 25 जनवरी को राज्य के 50 वर्ष पूर्ण हुए हैं और स्वर्ण जयंती (Full Statehood Golden Jubilee Celebrations) के अवसर पर राज्य में वर्षभर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार (Assembly Speaker Vipin Singh Parmar) और मुख्य सचिव राम सुभग सिंह (Chief Secretary Ram Subhag Singh) भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
यह चौथा मौका होगा जब देश के राष्ट्रपति प्रदेश विधानसभा को संबोधित करेंगे. दरअसल कोरोना संकट की वजह सरकार पूर्ण राज्यत्व स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन नहीं कर सकी है. हालांकि शिमला में कार्यक्रम का आगाज हो गया था, लेकिन रथ यात्रा और अन्य कार्यक्रम नहीं हो सके. हिमाचल प्रदेश विधानसभा (Himachal Pradesh Legislative Assembly) का नाता प्रख्यात विधान वेता विट्ठल भाई पटेल के साथ रहा है. पटेल स्वतंत्रता आंदोलन के देश-विदेश में प्रख्यात प्रचारक भी रहे. वह सरदार वल्लभ भाई पटेल के बड़े भाई थे.
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विधानसभा की रजत जयंती समारोह के दौरान 1988 में पहला विशेष सत्र आयोजित किया गया था. इसके बाद विशेष सत्र दिसंबर 2004 में आयोजित किया गया. तत्कालीन राष्ट्रपति स्व. एपीजे अब्दुल कलाम ने विशेष सत्र को संबोधित किया था. यह पहला मौका था कि राष्ट्रपति ने विधान सभा के विशेष सत्र को संबोधित किया. इसके बाद स्व. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी मई 2013 में विधानसभा को संबोधित किया था. प्रणब मुखर्जी विधानसभा में ई विधान कार्यक्रम का शुभारंभ करने पहुंचे थे.
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