शिमला: भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वायपेयी को आज पूरे देश में श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है. इसी कड़ी में सीएम जयराम ठाकुर ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की.
सीएम जयराम ठाकुर ने अपने ट्विटर पर अटल जी की 'ठन गई मौत से ठन गई जूझने का मेरा इरादा न था, मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था' कविता को शेयर करते उन्हें याद किया है.
-
ठन गई!
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) August 16, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मौत से ठन गई!
जूझने का मेरा इरादा न था, मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था...
पूर्व प्रधानमंत्री, भारतरत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।
प्रेरणास्रोत श्रद्धेय अटल जी हमारे हृदय में सदैव अटल रहेंगे।#AtalBihariVajpayee pic.twitter.com/SquifIRGZs
">ठन गई!
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) August 16, 2020
मौत से ठन गई!
जूझने का मेरा इरादा न था, मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था...
पूर्व प्रधानमंत्री, भारतरत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।
प्रेरणास्रोत श्रद्धेय अटल जी हमारे हृदय में सदैव अटल रहेंगे।#AtalBihariVajpayee pic.twitter.com/SquifIRGZsठन गई!
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) August 16, 2020
मौत से ठन गई!
जूझने का मेरा इरादा न था, मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था...
पूर्व प्रधानमंत्री, भारतरत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।
प्रेरणास्रोत श्रद्धेय अटल जी हमारे हृदय में सदैव अटल रहेंगे।#AtalBihariVajpayee pic.twitter.com/SquifIRGZs
बता दें कि रविवार को भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायपेयी की दूसरी पुण्यतिथि है. अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त 2018 को 95 साल की आयु में हुआ था. दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दूसरी पुण्यतिथि पर शहरी विकास और संसदीय कार्य एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने छोटा शिमला में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हिमाचल प्रदेश से गहरा नाता रहा है और वो यहां के प्रीणी गांव को अपना दूसरा घर मानते थे. अटल बिहारी वायपेयी अक्कर यहां आया करते थे और समय गुजराते थे.
ये भी पढ़ें: हमीरपुर: अब लोगों को घर बैठे मिलेगी लर्निंग लाइसेंस बनवाने की सुविधा, RTO ने बताई प्रक्रिया