ETV Bharat / city

विधानसभा में बोले CM जयराम- सदन से वॉकआउट करना कांग्रेस की परंपरा - assembly news

बुधवार को विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन विपक्ष ने आउटसोर्स का मामला उठाकर सरकार को जहां घेरा. वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने इसका जवाब देते हुए कहा कि भर्तियों के मामले में कांग्रेस का रिकॉर्ड सब जानते हैं. सदन को गुमराह कर वॉकआउट करना कांग्रेस की पुरानी परंपरा है.

सीएम जयराम
सीएम जयराम
author img

By

Published : Aug 4, 2021, 4:57 PM IST

Updated : Aug 4, 2021, 7:15 PM IST

शिमला: विपक्ष के वॉकआउट (walkout) पर सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने कहा कि विपक्ष जिम्मेदारी से भाग रहा है. मंगलवार को भी नियम 67 की आड़ में कांग्रेस ने प्रश्नकाल (question hour) को बाधित कर वॉकआउट किया.


सीएम जयराम ने कहा कि जो भी भर्तियां हुई हैं, वो नियमों के तहत पारदर्शी तरीके से हुई हैं. विपक्ष झूठा आरोप लगा रहा और गुमराह करने की कोशिश कर रहा है. आउटसोर्स (outsource) आधार पर भर्तियां करने के मामले में कांग्रेस का रिकॉर्ड सब जानते हैं. उनके कार्यकाल में आउटसोर्स कर्मियों को नियमित करने का लालच दिया गया.

वीडियो.
विपक्ष ने प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति और सरकारी विभागों में चोर दरवाजे से हो रही भर्तियों को लेकर प्‍वाइंट ऑफ ऑर्डर (point of order) का मामला उठाया. विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार (Assembly Speaker Vipin Singh Parmar) की तरफ से चर्चा की मंजूरी न दिए जाने के विरोध में विपक्ष ने वॉकआउट किया. विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक पहले नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) खड़े हुए. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार से राज्य में बेरोजगारी की स्थिति और सरकारी विभागों में चोर दरवाजे से हो रही नियुक्तियों का मामला उठाना चाहा.


इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले पर आज सुबह 9:47 पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री आशा कुमारी, इंद्र दत्त लखन पाल और राजेंद्र राणा की ओर से नियम-67 के तहत चर्चा की मांग की गई. विपक्ष चाहता था कि यह गंभीर मामला है और इस मामले पर सरकार को चर्चा करनी चाहिए.

कांग्रेस सदस्यों के वॉकआउट करने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा विपक्ष ने तो रसम बना ली है, बिना कारण ही वॉकआउट कर रहे हैं. सदन की गंभीरता को विपक्ष भूल गया है. जानबूझकर विधानसभा की कार्यवाही में विघ्‍न डाला जाता है. ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि सरकार के विभिन्न उपक्रमों में आउटसोर्स पर भर्तियां हो रही हैं. एक क्षेत्र विशेष में भर्तियों को लेकर लगाए जा रहे आरोप बिल्कुल निराधार हैं. चर्चा करने के लिए प्रस्‍ताव लाना सदस्यों का अधिकार है, लेकिन अकारण ही सदन की कार्यवाही को बाधित करना एक आदत बन चुकी है. कांग्रेसी विधायक केवल विधानसभा में खबर बनाने के लिए आते हैं, इसलिए वॉकआउट करते हैं, कांग्रेस का यही रवैया बन गया है.

विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि विपक्ष कांग्रेस के लाए गए बेरोजगारी की समस्या और प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में चोर दरवाजे से हो रही भर्तियों पर लाया गया प्रस्ताव मैं स्वीकार नहीं करूंगा. कांग्रेस के वॉकआउट करने के बाद प्रश्नकाल चलता रहा कांग्रेस विधायकों की अनुपस्थिति में उनके प्रश्नों की गैरहाजरी लगी.

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार से मांग की है कि बेरोजगारी व सिराज और धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को सरकारी क्षेत्र में दी गई नौकरियों के संदर्भ में श्वेत पत्र (White papers) जारी किया जाए. क्या प्रदेश में केवल 2 विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए ही सरकार में रोजगार के अवसर रह गए हैं. उन्होंने मांग की है कि सरकार ने इस संबंध में श्वेत पत्र नहीं लाया तो कांग्रेस अदालत (Court) का दरवाजा खटखटाएगी. उनका कहना है मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज से और सरकार में मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर (Minister Mahender Singh Thakur) के विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर से 6 हजार लोगों को सरकारी क्षेत्र में रोजगार दिए गए हैं, जबकि प्रदेश के 66 विधानसभा क्षेत्रों को नजरअंदाज किया गया.

ये भी पढ़ें:सरकारी नौकरियों में चहेतों को चोर दरवाजे से एंट्री देने का आरोप, विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट

शिमला: विपक्ष के वॉकआउट (walkout) पर सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने कहा कि विपक्ष जिम्मेदारी से भाग रहा है. मंगलवार को भी नियम 67 की आड़ में कांग्रेस ने प्रश्नकाल (question hour) को बाधित कर वॉकआउट किया.


सीएम जयराम ने कहा कि जो भी भर्तियां हुई हैं, वो नियमों के तहत पारदर्शी तरीके से हुई हैं. विपक्ष झूठा आरोप लगा रहा और गुमराह करने की कोशिश कर रहा है. आउटसोर्स (outsource) आधार पर भर्तियां करने के मामले में कांग्रेस का रिकॉर्ड सब जानते हैं. उनके कार्यकाल में आउटसोर्स कर्मियों को नियमित करने का लालच दिया गया.

वीडियो.
विपक्ष ने प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति और सरकारी विभागों में चोर दरवाजे से हो रही भर्तियों को लेकर प्‍वाइंट ऑफ ऑर्डर (point of order) का मामला उठाया. विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार (Assembly Speaker Vipin Singh Parmar) की तरफ से चर्चा की मंजूरी न दिए जाने के विरोध में विपक्ष ने वॉकआउट किया. विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक पहले नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) खड़े हुए. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार से राज्य में बेरोजगारी की स्थिति और सरकारी विभागों में चोर दरवाजे से हो रही नियुक्तियों का मामला उठाना चाहा.


इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले पर आज सुबह 9:47 पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री आशा कुमारी, इंद्र दत्त लखन पाल और राजेंद्र राणा की ओर से नियम-67 के तहत चर्चा की मांग की गई. विपक्ष चाहता था कि यह गंभीर मामला है और इस मामले पर सरकार को चर्चा करनी चाहिए.

कांग्रेस सदस्यों के वॉकआउट करने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा विपक्ष ने तो रसम बना ली है, बिना कारण ही वॉकआउट कर रहे हैं. सदन की गंभीरता को विपक्ष भूल गया है. जानबूझकर विधानसभा की कार्यवाही में विघ्‍न डाला जाता है. ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि सरकार के विभिन्न उपक्रमों में आउटसोर्स पर भर्तियां हो रही हैं. एक क्षेत्र विशेष में भर्तियों को लेकर लगाए जा रहे आरोप बिल्कुल निराधार हैं. चर्चा करने के लिए प्रस्‍ताव लाना सदस्यों का अधिकार है, लेकिन अकारण ही सदन की कार्यवाही को बाधित करना एक आदत बन चुकी है. कांग्रेसी विधायक केवल विधानसभा में खबर बनाने के लिए आते हैं, इसलिए वॉकआउट करते हैं, कांग्रेस का यही रवैया बन गया है.

विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि विपक्ष कांग्रेस के लाए गए बेरोजगारी की समस्या और प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में चोर दरवाजे से हो रही भर्तियों पर लाया गया प्रस्ताव मैं स्वीकार नहीं करूंगा. कांग्रेस के वॉकआउट करने के बाद प्रश्नकाल चलता रहा कांग्रेस विधायकों की अनुपस्थिति में उनके प्रश्नों की गैरहाजरी लगी.

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार से मांग की है कि बेरोजगारी व सिराज और धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को सरकारी क्षेत्र में दी गई नौकरियों के संदर्भ में श्वेत पत्र (White papers) जारी किया जाए. क्या प्रदेश में केवल 2 विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए ही सरकार में रोजगार के अवसर रह गए हैं. उन्होंने मांग की है कि सरकार ने इस संबंध में श्वेत पत्र नहीं लाया तो कांग्रेस अदालत (Court) का दरवाजा खटखटाएगी. उनका कहना है मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज से और सरकार में मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर (Minister Mahender Singh Thakur) के विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर से 6 हजार लोगों को सरकारी क्षेत्र में रोजगार दिए गए हैं, जबकि प्रदेश के 66 विधानसभा क्षेत्रों को नजरअंदाज किया गया.

ये भी पढ़ें:सरकारी नौकरियों में चहेतों को चोर दरवाजे से एंट्री देने का आरोप, विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट

Last Updated : Aug 4, 2021, 7:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.