शिमला: बाहरी राज्यों के आढ़तियों द्वारा सेब के पैसे डकारने के मामले आने का क्रम इस साल भी जारी रहा. सेब बागवान पूरे साल मेहनत से बगीचों में काम कर लाखों रुपये खर्च कर सेब की फसल तैयार करते हैं वहीं, उसके बाद जोखिम उठाकर मंडी तक सेबों को ट्रकों द्वारा पहुंचाते है, लेकिन बागवानों को मायूसी तब होती है जब आढ़ती उनके सेब के पैसे हड़प लेते हैं और उनके लाखों रुपये नहीं देते हैं.
ताजा मामला रोहड़ू के चार कमीशन एजेंटों का है. जिन्होंने औरंगाबाद के एक कमीशन एजेंट को 5100 पेटियां सेब की भेजी थी, लेकिन अब ये एजेंट बकाया 64 लाख रुपये की राशि देने से मुकर गया है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रोहड़ू में कमीशन एजेंट के रूप में काम कर रहे वीरेंद्र सिंह ठाकुर निवासी गांव बुथरा, डाकखाना कुठार, तहसील रोहड़ू ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है कि उसने व तीन अन्य कमीशन एजेंटों ने 5100 सेब की पेटियां सैफ फ्रूट कंपनी औरंगाबाद महाराष्ट्र को भेजी थी, लेकिन अब सैफ फ्रूट कंपनी का मालिक उनके बकाया 64 लाख रुपये की राशि देने से मुकर गया है.
वहीं, पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 व 406 के तहत पुलिस थाना रोहड़ू में मामला दर्ज किया है और मामले की जांच कर रही है. डीएसपी कमल वर्मा ने बताया कि पुलिस को शिकायत मिली है कि आढ़ती ने पैसे देने से मना किया है पुलिस कार्रवाई कर रही है.
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