शिमला: आईजीएमसी के कैंसर अस्पताल में वार्ड में एक साथ 11 मरीज पॉजिटिव आने के बाद विभाग अलर्ट है. कैंसर अस्पताल के वार्ड को सोमवार से खोला जाएगा लेकिन अब मरीज के साथ एक ही तीमारदार अस्पताल में रुक सकेगा. वहीं, मरीज के तीमारदार का भी कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा.
अस्पताल में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए विभाग में नई व्यवस्था की गई है. अस्पताल में सभी लोग एक साथ खाना नहीं खाएंगे बल्कि बारी-बारी से तीमारदार और मरीज खाना खाने जाएंगे. दरअसल सभी लोग खाना खाते समय मास्क उतार देते हैं जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है.
अस्पताल में फिलहाल किसी भी मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. ऐसे में कैंसर के गंभीर मरीजों को इलाज करवाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, अस्पताल प्रबंधन ने सोमवार से मरीजों को भर्ती करने का निर्णय लिया है. अस्पताल में वर्तमान में कोई भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है.
बता दें कि अस्पताल में कुछ दिन पहले मरीज संक्रमित पाए गए जिसके बाद ओपीडी को बंद किया गया था, लेकिन बाहर के मरीजों का उपचार नहीं किया गया. मरीजों को ओपीडी में भी केवल दवाइयां लिखी गई. प्रशासन ने अस्पताल के सभी वार्डों को सेनिटाइज किया है.
कैंसर अस्पताल में कुल 11 मरीज कोरोना पॉजिटिव आए थे जिससे अस्पताल में हड़कंप मच गया था. हालांकि, अब सभी मरीजों की हालत स्थिर बताई जा रही है. इन मरीजों के पॉजिटिव आने से अस्पताल को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया था, अस्पताल में इन दिनों स्थिति काफी गंभीर हो गई है. मरीजों को अब अस्पताल में आने से डर भी लग रहा है.
कैंसर अस्पताल के एचओडी डॉ. मनीष गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में वार्डों को सेनिटाइज किया है. उन्होंने बताया है कि मरीजों को सोमवार से ही भर्ती किया जाएगा. मरीजों के पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने दो दिन के लिए अस्पताल को बंद भी रखा था. अब ओपीडी को तो शुरू कर दिया है, लेकिन बाहर के मरीजों को नहीं देखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि सोमवार में अस्पताल में सभी मरीजों का उपचार शुरू हो जाएगा, लेकिन लोगों को कोविड के नियमों का पालन करना होगा.
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