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प्रोफेसरों की होगी बायोमेट्रिक हाजिरी, 138 कॉलेजों में मशीनें लगाने का काम शुरू

बायोमेट्रिक के माध्यम से हाजिरी कॉलेज प्रिंसिपल से लेकर कॉलेज प्रोफेसर तक को लगानी होगी. बायोमेट्रिक मशीनों को लगवाने के लिए शिक्षा विभाग ने सबसे पहले तो एनआईसी पोर्टल पर कॉलेजों के 2558 नियमित शिक्षकों का डाटा ऑनलाइन किया है.

Biometric machines to be installed in colleges
प्रोफेसर्स की होगी बायोमेट्रिक हाजरी
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Published : Feb 2, 2020, 4:14 PM IST

शिमला: प्रदेश के कॉलेजों में अब शिक्षक भी बायोमेट्रिक मशीन से ऑनलाइन हाजिरी लगाएंगे. बायोमेट्रिक के माध्यम से हाजिरी कॉलेज प्रिंसिपल से लेकर कॉलेज प्रोफेसर तक को लगानी होगी. इसके लिए कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीन लगाने का काम भी शिक्षा विभाग ने शुरू कर दिया है.

बता दें कि बायोमेट्रिक मशीनों को लगवाने के लिए शिक्षा विभाग ने सबसे पहले तो एनआईसी पोर्टल पर कॉलेजों के 2558 नियमित शिक्षकों का डाटा ऑनलाइन किया है. शिक्षा विभाग इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद कॉलेज प्रोफेसर्स के ऊपर पोर्टल के माध्यम से नजर बनाए रखेगा. पहले चरण में शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 138 कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का काम शुरू किया है.

वीडियो रिपोर्ट

इन मशीनों के लगने के बाद ऑनलाइन हाजरी कॉलेजों में शिक्षक लगाएंगे. यह मशीनें आधार बेस्ड होगी. हर कॉलेज में दो बायोमेट्रिक मशीनें लगाई जाएंगी.हालांकि कॉलेजों में शिक्षक बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का विरोध करते आए हैं लेकिन अब इस विरोध के बावजूद शिक्षा विभाग बायोमेट्रिक मशीन लगाने का काम शुरू कर दिया है. शिक्षा विभाग ने कॉलेज प्रबंधकों को यह निर्देश जारी किए गए है कि बायोमेट्रिक से हाजरी पर ध्यान दिया जाए.

कॉलेजों में मशीनें लगने के बाद यह सुनिश्चित किया जाए कि कॉलेज पहुंचने पर बायोमेट्रिक से हाजिरी लगे. वहीं, कॉलेज से जाने से पहले भी बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी लगाई जाएगी. मशीनों में किसी तरह की खराबी होने पर जवाबदेही कॉलेज प्रिंसिपल की होगी. वहीं, मार्च महीने से पहले शिक्षा विभाग कितने कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीनें लगाई गई हैं इसकी रिपोर्ट भी लेगा. वहीं, जो शिक्षक बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी नहीं लगाएगा, उसकी जानकारी एनआईसी पोर्टल पर आ जाएगी.

ये भी पढ़ें: आढ़ती से धोखाधड़ी मामले में कुल्लू पुलिस को बड़ी सफलता, आरोपी महाराष्ट्र से गिरफ्तार

शिमला: प्रदेश के कॉलेजों में अब शिक्षक भी बायोमेट्रिक मशीन से ऑनलाइन हाजिरी लगाएंगे. बायोमेट्रिक के माध्यम से हाजिरी कॉलेज प्रिंसिपल से लेकर कॉलेज प्रोफेसर तक को लगानी होगी. इसके लिए कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीन लगाने का काम भी शिक्षा विभाग ने शुरू कर दिया है.

बता दें कि बायोमेट्रिक मशीनों को लगवाने के लिए शिक्षा विभाग ने सबसे पहले तो एनआईसी पोर्टल पर कॉलेजों के 2558 नियमित शिक्षकों का डाटा ऑनलाइन किया है. शिक्षा विभाग इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद कॉलेज प्रोफेसर्स के ऊपर पोर्टल के माध्यम से नजर बनाए रखेगा. पहले चरण में शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 138 कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का काम शुरू किया है.

वीडियो रिपोर्ट

इन मशीनों के लगने के बाद ऑनलाइन हाजरी कॉलेजों में शिक्षक लगाएंगे. यह मशीनें आधार बेस्ड होगी. हर कॉलेज में दो बायोमेट्रिक मशीनें लगाई जाएंगी.हालांकि कॉलेजों में शिक्षक बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का विरोध करते आए हैं लेकिन अब इस विरोध के बावजूद शिक्षा विभाग बायोमेट्रिक मशीन लगाने का काम शुरू कर दिया है. शिक्षा विभाग ने कॉलेज प्रबंधकों को यह निर्देश जारी किए गए है कि बायोमेट्रिक से हाजरी पर ध्यान दिया जाए.

कॉलेजों में मशीनें लगने के बाद यह सुनिश्चित किया जाए कि कॉलेज पहुंचने पर बायोमेट्रिक से हाजिरी लगे. वहीं, कॉलेज से जाने से पहले भी बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी लगाई जाएगी. मशीनों में किसी तरह की खराबी होने पर जवाबदेही कॉलेज प्रिंसिपल की होगी. वहीं, मार्च महीने से पहले शिक्षा विभाग कितने कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीनें लगाई गई हैं इसकी रिपोर्ट भी लेगा. वहीं, जो शिक्षक बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी नहीं लगाएगा, उसकी जानकारी एनआईसी पोर्टल पर आ जाएगी.

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Intro:प्रदेश के कॉलेजों में अब शिक्षक भी बायोमेट्रिक मशीन से ऑनलाइन हाजिरी लगाएंगे। बायोमेट्रिक के माध्यम से हाजिरी कॉलेज प्रिंसिपल से लेकर कॉलेज प्रोफेसर तक को लगानी होगी और इसके लिए कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीन लगाने का काम भी शिक्षा विभाग की ओर से शुरू कर दिया गया है। बायोमेट्रिक मशीनों को लगवाने के लिए शिक्षा विभाग ने सबसे पहले तो एनआईसी पोर्टल पर कॉलेजों के 2558 नियमित शिक्षकों का डाटा ऑनलाइन किया है। इस प्रक्रिया के पूरा करने के बाद अब कॉलेज प्रोफेसर ऊपर पोर्टल के माध्यम से शिक्षा विभाग अपनी नजर बनाए रखेगा।


Body:पहले चरण में शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के 136 कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का काम शुरू किया गया है। इन मशीनों के लगने के बाद ऑनलाइन हाजरी कॉलेजों में शिक्षक लगाएंगे। जो मशीनें लगाई जा रही हैं वह आधार बेस्ड होंगी। हर कॉलेज में दो बायोमेट्रिक मशीनें लगाई जाएंगी। हालांकि कॉलेजों में शिक्षक बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का विरोध करते आए हैं लेकिन अब इस विरोध से ऊपर उठकर शिक्षा विभाग में बायोमेट्रिक मशीन लगाने का काम शुरू कर दिया है। कॉलेजों में अभी तक कहीं भी प्रोफेसर का कोई भी हाज़री का रिकॉर्ड नहीं होता था लेकिन अब इस ऑनलाइन हाज़री से रिकॉर्ड उपलब्ध रहेगा।


Conclusion:शिक्षा विभाग की ओर से कॉलेज प्रबंधकों को यह निर्देश जारी किए गए है कि बायोमेट्रिक से हाज़री पर ध्यान दिया जाए। कॉलेजों में मशीनें लगने के बाद यह सुनिश्चित किया जाए कि कॉलेज पहुंचने पर बायोमेट्रिक से हाजिरी लगे और वही कॉलेज से जाने से पहले भी बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी लगाई जाए। वहीं विभाग जो शिक्षक बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी नहीं लगाएंगे उन पर कार्यवाही भी करेगा। मशीनों में किसी तरह की खराबी होने पर जवाबदेही कॉलेज प्रिंसिपल की होगी। वहीं मार्च माह से पहले शिक्षा विभाग कितने कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीनें लगाई गई हैं इसकी रिपोर्ट भी लेगा वही जो शिक्षक बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी नहीं लगाएगा एनआईसी पोर्टल पर उसकी जानकारी आ जाएगी।
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