शिमला: प्रदेश के कॉलेजों में अब शिक्षक भी बायोमेट्रिक मशीन से ऑनलाइन हाजिरी लगाएंगे. बायोमेट्रिक के माध्यम से हाजिरी कॉलेज प्रिंसिपल से लेकर कॉलेज प्रोफेसर तक को लगानी होगी. इसके लिए कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीन लगाने का काम भी शिक्षा विभाग ने शुरू कर दिया है.
बता दें कि बायोमेट्रिक मशीनों को लगवाने के लिए शिक्षा विभाग ने सबसे पहले तो एनआईसी पोर्टल पर कॉलेजों के 2558 नियमित शिक्षकों का डाटा ऑनलाइन किया है. शिक्षा विभाग इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद कॉलेज प्रोफेसर्स के ऊपर पोर्टल के माध्यम से नजर बनाए रखेगा. पहले चरण में शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 138 कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का काम शुरू किया है.
इन मशीनों के लगने के बाद ऑनलाइन हाजरी कॉलेजों में शिक्षक लगाएंगे. यह मशीनें आधार बेस्ड होगी. हर कॉलेज में दो बायोमेट्रिक मशीनें लगाई जाएंगी.हालांकि कॉलेजों में शिक्षक बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का विरोध करते आए हैं लेकिन अब इस विरोध के बावजूद शिक्षा विभाग बायोमेट्रिक मशीन लगाने का काम शुरू कर दिया है. शिक्षा विभाग ने कॉलेज प्रबंधकों को यह निर्देश जारी किए गए है कि बायोमेट्रिक से हाजरी पर ध्यान दिया जाए.
कॉलेजों में मशीनें लगने के बाद यह सुनिश्चित किया जाए कि कॉलेज पहुंचने पर बायोमेट्रिक से हाजिरी लगे. वहीं, कॉलेज से जाने से पहले भी बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी लगाई जाएगी. मशीनों में किसी तरह की खराबी होने पर जवाबदेही कॉलेज प्रिंसिपल की होगी. वहीं, मार्च महीने से पहले शिक्षा विभाग कितने कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीनें लगाई गई हैं इसकी रिपोर्ट भी लेगा. वहीं, जो शिक्षक बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी नहीं लगाएगा, उसकी जानकारी एनआईसी पोर्टल पर आ जाएगी.
ये भी पढ़ें: आढ़ती से धोखाधड़ी मामले में कुल्लू पुलिस को बड़ी सफलता, आरोपी महाराष्ट्र से गिरफ्तार