शिमला: लंबे समय से तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसानों ने अब 'नो वोट फॉर बीजेपी' अभियान चलाने की शुरुआत की है, ताकि बीजेपी की सरकार को आने वाले चुनावों में केंद्र व प्रदेश से सत्ता से बाहर किया जा सके. भारतीय किसान यूनियन प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में बीजेपी के खिलाफ प्रचार करने का भी निर्णय लिया है.
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनेंद्र सिंह नौटी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों पर तीन काले कानून थोप कर छलावा किया है. उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन पूरे देश में 'नो वोट फोर बीजेपी' अभियान चलाएगी.
हिमाचल प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में भी यह अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसानों के हित में पिछले 9 महीनों से संघर्ष कर रही है, लेकिन बीजेपी सरकार किसानों की मांगों को अनसुना कर रही है. भारतीय किसान यूनियन बीजेपी सरकार के खिलाफ प्रचार करेगी. प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में बीजेपी को इसका ट्रेलर दिखाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि सेब बागवान को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. अडानी के मार्केट में आने से काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. नौटी ने कहा कि सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. 2022 में भी सरकार का विरोध करेंगे और यह सिलसिला 2024 तक चलता रहेगा.
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