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एटीएम क्लोनिंग कर सकती है कंगाल, सावधानी के साथ करें ATM का इस्तेमाल

साइबर सेल के एएसपी नरवीर सिंह राठौर के मुताबिक साइबर अपराधी आपके साथ एटीएम मशीन के केबिन में प्रवेश करते हैं. और आपके पीछे खड़ा होकर पिन देख सकते हैं. इसके अलावा ताक झांक करके आपका एटीएम कार्ड स्कैन कर लिया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया को कार्ड क्लोनिंग कहते हैं.

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Published : Feb 28, 2021, 9:15 PM IST

साइबर क्राइम
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शिमला: अपने बैंक खाते से कैश निकलाने के लिए आप भी एटीएम का इस्तेमाल करते होंगे. एटीएम कार्ड आपकी जेब में मौजूद होता है ताकि जब भी जरूरत पड़े आप इसका इस्तेमाल कर एटीएम से कैश निकाल सकें. लेकिन अगर आपको पता लगे की जो एटीएम कार्ड आपकी जेब में है उसकी हू-ब-हू नकल या क्लोन किसी ठग के पास है. तो आपके होश उड़ना लाजमी है क्योंकि आज के दौर में आपके एटीएम कार्ड की क्लोनिंग होना और उसकी मदद से आपके बैंक खाते से पैसे निकालना कोई बड़ी बात नहीं है. इसलिए आपको एटीएम का इस्तेमाल करते वक् हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है.

मंडी में एटीएम क्लोनिंग के जरिये ठगने वाले गिरफ्तार

मंडी पुलिस ने 2 फरवरी 2021 को 2 एटीएम ठगों को गिरफ्तार किया है. ये ठग एटीएम का इस्तेमाल करने वाले लोगों को अपना शिकार बनाते थे. ये ठग मदद के बहाने एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर कई लोगों को चूना लगा चुके थे.

पुलिस को भी लगातार शिकायतें मिल रही थी और एटीएम में लगे सीसीटीवी मशीन में भी इन ठगों की कारस्तानी कैद हुई थी. लेकिन ये शातिर ठग अपनी ही बेवकूफी से पुलिस के शिकंजे में फंस गए. मंडी शहर के लोगों को ही शिकार बनाकर ये ठग लगातार मंडी शहर के एटीएम का ही इस्तेमाल कर रहे थे. जहां कुछ शिकायतकर्ताओं ने इन्हें पहचान लिया और फिर आस-पास के लोगों ने मिलकर इन ठगों को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस को इन तीनों के पास से 3 लाख से ज्यादा कैश और 20 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं.

साइबर क्राइम
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कैसे होती है कार्ड क्लोनिंग ?

साइबर सैल के एएसपी नरवीर सिंह राठौर के मुताबिक साइबर अपराधी आपके साथ एटीएम मशीन के केबिन में प्रवेश करते हैं. और आपके पीछे खड़ा होकर पिन देख सकते हैं. इसके अलावा ताक झांक करके आपका एटीएम कार्ड स्कैन कर लिया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया को कार्ड क्लोनिंग कहते हैं.

आपका एटीएम कार्ड क्लोन होने के बाद यह अपराधी किसी दूसरे एटीएम में जाकर आपके खाते से मेहनत की कमाई चुटकियों में उड़ा कर ले जाते हैं. इस प्रकार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.

ऐसे ठगी को अंजाम देते हैं ठग

एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने कहा कि साइबर अपराधी बाहरी राज्यों से आते हैं और किसी भी एक स्थान पर अधिक समय तक नहीं रहते. यह एक स्थान से दूसरे स्थान तक घूमते रहते हैं. यह महिलाओं और अधिक उम्र के लोगों को आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं. या फिर ऐसा व्यक्ति जिसको एटीएम मशीन में कार्ड प्रयोग करना नहीं आता हो उन्हें आसानी से बहका सकते हैं.

एएसपी राठौर ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति जबरदस्ती एटीएम के केबिन में आपके पीछे प्रवेश करता है तो उसका खुले रूप से विरोध करना चाहिए. यदि विरोध करने के बाद भी कोई व्यक्ति बाहर नहीं निकलता है तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें, ताकि ऐसी आरोपियों को दबोचा जा सके.

आपकी सावधानी ठगों के लिए परेशानी

एटीएम कार्ड क्लोनिंग के मामले में आपकी सावधनी ही आपका सबसे बड़ा हथियार है. जब भी आप एटीएम मशीन के कैबिन मैं पैसा निकालने के लिए प्रवेश करते हैं तब कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए.

  • सबसे पहले इस बात का ध्यान रखें कि आपके अलावा एटीएम कक्ष में कोई और दूसरा शख्स ना हो.
  • एटीएम कक्ष के बाहर इस तरह के दिशा निर्देश दिए होते हैं कि एक बार में एटीएम का इस्तेमाल एक ही शख्स करे.
  • अगर कोई व्यक्ति आपको एटीएम से पैसे निकालने में मदद की पेशकश करता है तो उसके बहकावे में ना आएं.
  • अगर कोई व्यक्ति जबरदस्ती आपकी पैसा निकालने की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करता है या जबरदस्ती मदद करने की कोशिश करता है. तो उसका विरोध करें और इसकी शिकायत पुलिस को दें.
  • एटीएम मशीन से कैश निकालते वक्त एटीएम पिन डालते वक्त विशेष सावधानी बरतें.
    साइबर क्राइम
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ऐसे अपराधियों को पकड़ना मुश्किल

एएसपी नरवीर सिंह राठौर के मुताबिक ऐसे अपराधियों को पकड़ना भी काफी मुश्किल होता है क्योंकि यह एक राज्य से दूसरे राज्य में लगातार घूमते रहते हैं और ज्यादातर मामलों में एक बार कार्ड से पैसे निकालने के बाद दूसरी बार उसका प्रयोग नहीं करते, इसलिए जब भी किसी को लगे कि कोई व्यक्ति अनावश्यक रूप से एटीएम मशीन में ताक झांक कर रहा है या आपके पैसे निकालने की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न कर रहा है तो जल्द पुलिस को सूचित करें.

ये भी पढ़ें: एटीएम क्लोनिंग है ठगों का हथियार, मंडी में 2 एटीएम ठग गिरफ्तार

शिमला: अपने बैंक खाते से कैश निकलाने के लिए आप भी एटीएम का इस्तेमाल करते होंगे. एटीएम कार्ड आपकी जेब में मौजूद होता है ताकि जब भी जरूरत पड़े आप इसका इस्तेमाल कर एटीएम से कैश निकाल सकें. लेकिन अगर आपको पता लगे की जो एटीएम कार्ड आपकी जेब में है उसकी हू-ब-हू नकल या क्लोन किसी ठग के पास है. तो आपके होश उड़ना लाजमी है क्योंकि आज के दौर में आपके एटीएम कार्ड की क्लोनिंग होना और उसकी मदद से आपके बैंक खाते से पैसे निकालना कोई बड़ी बात नहीं है. इसलिए आपको एटीएम का इस्तेमाल करते वक् हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है.

मंडी में एटीएम क्लोनिंग के जरिये ठगने वाले गिरफ्तार

मंडी पुलिस ने 2 फरवरी 2021 को 2 एटीएम ठगों को गिरफ्तार किया है. ये ठग एटीएम का इस्तेमाल करने वाले लोगों को अपना शिकार बनाते थे. ये ठग मदद के बहाने एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर कई लोगों को चूना लगा चुके थे.

पुलिस को भी लगातार शिकायतें मिल रही थी और एटीएम में लगे सीसीटीवी मशीन में भी इन ठगों की कारस्तानी कैद हुई थी. लेकिन ये शातिर ठग अपनी ही बेवकूफी से पुलिस के शिकंजे में फंस गए. मंडी शहर के लोगों को ही शिकार बनाकर ये ठग लगातार मंडी शहर के एटीएम का ही इस्तेमाल कर रहे थे. जहां कुछ शिकायतकर्ताओं ने इन्हें पहचान लिया और फिर आस-पास के लोगों ने मिलकर इन ठगों को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस को इन तीनों के पास से 3 लाख से ज्यादा कैश और 20 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं.

साइबर क्राइम
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कैसे होती है कार्ड क्लोनिंग ?

साइबर सैल के एएसपी नरवीर सिंह राठौर के मुताबिक साइबर अपराधी आपके साथ एटीएम मशीन के केबिन में प्रवेश करते हैं. और आपके पीछे खड़ा होकर पिन देख सकते हैं. इसके अलावा ताक झांक करके आपका एटीएम कार्ड स्कैन कर लिया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया को कार्ड क्लोनिंग कहते हैं.

आपका एटीएम कार्ड क्लोन होने के बाद यह अपराधी किसी दूसरे एटीएम में जाकर आपके खाते से मेहनत की कमाई चुटकियों में उड़ा कर ले जाते हैं. इस प्रकार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.

ऐसे ठगी को अंजाम देते हैं ठग

एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने कहा कि साइबर अपराधी बाहरी राज्यों से आते हैं और किसी भी एक स्थान पर अधिक समय तक नहीं रहते. यह एक स्थान से दूसरे स्थान तक घूमते रहते हैं. यह महिलाओं और अधिक उम्र के लोगों को आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं. या फिर ऐसा व्यक्ति जिसको एटीएम मशीन में कार्ड प्रयोग करना नहीं आता हो उन्हें आसानी से बहका सकते हैं.

एएसपी राठौर ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति जबरदस्ती एटीएम के केबिन में आपके पीछे प्रवेश करता है तो उसका खुले रूप से विरोध करना चाहिए. यदि विरोध करने के बाद भी कोई व्यक्ति बाहर नहीं निकलता है तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें, ताकि ऐसी आरोपियों को दबोचा जा सके.

आपकी सावधानी ठगों के लिए परेशानी

एटीएम कार्ड क्लोनिंग के मामले में आपकी सावधनी ही आपका सबसे बड़ा हथियार है. जब भी आप एटीएम मशीन के कैबिन मैं पैसा निकालने के लिए प्रवेश करते हैं तब कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए.

  • सबसे पहले इस बात का ध्यान रखें कि आपके अलावा एटीएम कक्ष में कोई और दूसरा शख्स ना हो.
  • एटीएम कक्ष के बाहर इस तरह के दिशा निर्देश दिए होते हैं कि एक बार में एटीएम का इस्तेमाल एक ही शख्स करे.
  • अगर कोई व्यक्ति आपको एटीएम से पैसे निकालने में मदद की पेशकश करता है तो उसके बहकावे में ना आएं.
  • अगर कोई व्यक्ति जबरदस्ती आपकी पैसा निकालने की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करता है या जबरदस्ती मदद करने की कोशिश करता है. तो उसका विरोध करें और इसकी शिकायत पुलिस को दें.
  • एटीएम मशीन से कैश निकालते वक्त एटीएम पिन डालते वक्त विशेष सावधानी बरतें.
    साइबर क्राइम
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ऐसे अपराधियों को पकड़ना मुश्किल

एएसपी नरवीर सिंह राठौर के मुताबिक ऐसे अपराधियों को पकड़ना भी काफी मुश्किल होता है क्योंकि यह एक राज्य से दूसरे राज्य में लगातार घूमते रहते हैं और ज्यादातर मामलों में एक बार कार्ड से पैसे निकालने के बाद दूसरी बार उसका प्रयोग नहीं करते, इसलिए जब भी किसी को लगे कि कोई व्यक्ति अनावश्यक रूप से एटीएम मशीन में ताक झांक कर रहा है या आपके पैसे निकालने की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न कर रहा है तो जल्द पुलिस को सूचित करें.

ये भी पढ़ें: एटीएम क्लोनिंग है ठगों का हथियार, मंडी में 2 एटीएम ठग गिरफ्तार

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