हैदराबाद: रविवार का दिन भगवान सूर्यदेव को समर्पित है. कहते हैं कि सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन व्रत और पूजा आदि करने से भगवान सूर्यदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. अगर आपकी कोई इच्छा है तो उसकी पूर्ति के लिए रविवार के व्रत रख सकते हैं.
मान्यता है कि रविवार के दिन व्रत रखने से सभी संकटों का नाश हो जाता है और साथ ही आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. सूर्यदेव की उपासना के लिए रविवार का दिन सबसे श्रेष्ठ माना गया है. पौराणिक ग्रंथों में भगवान सूर्य के अर्घ्यदान का विशेष महत्व बताया गया है. रविवार का दिन सूर्य उपासना के लिए सर्वोत्तम है. मान्यता है कि रविवार के दिन सूर्यदेव की उपासना विशेष फलदायी होती है. इस दिन भगवान सूर्य की उपासना करने से मान-सम्मान और तेज की प्राप्ति होती है.
मान्यता है कि अगर आप पूरे हफ्ते सूर्यदेव को जल अर्पित न कर सकें हो, तो रविवार के दिन सूर्यदेव को जल अवश्य अर्पित करें. तांबे के लोटे में लाल रंग के फूल डालकर जल अर्पित करने से लाभ होता है. अतः जल अर्पित करते समय सूर्य मंत्र का जाप करना चाहिए. रविवार के दिन परिवार के लोगों के माथे पर चंदन का तिलक अवश्य लगाएं. हर रविवार सूर्यदेव का व्रत करने से कार्यक्षेत्र में उच्च पद की प्राप्ति होती है.
मान्यता है कि रविवार के दिन व्रत रखने से आंख और स्किन संबंधी रोग से मुक्ति मिलती है. इस दिन आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ अवश्य करना चाहिए. यही नहीं, कहते हैं कि इस दिन तेल से बने खाद्य पदार्थ किसी जरूरतमंद को खिलाने से लाभ होता है. बड़े-बुजुर्गों की सेवा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें.
इस दिन दान आदि का भी विशेष महत्व है. रविवार के दिन तांबे के बर्तन, पीले या लाल रंग के वस्त्र, गेहूं, गुड़, लाल चंदन आदि का दान करना शुभ माना जाता है. रविवार के दिन सुबह घर से निकलने से पहले गाय को रोटी खिलाएं. इतना ही नहीं, इस दिन एक पात्र में जल लेकर बरगद के वृक्ष पर चढ़ाने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं.
सूर्यदेव की उपासना के लिए रविवार की रात अपने सिरहाने दूध का गिलास रखकर सोएं और सुबह इस दूध को बबूल के पेड़ की जड़ में डाल दें. इतना ही नहीं, इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से पद-प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होती है. रविवार के दिन काली गाय को रोटी और काली चिड़िया को दाना डालें. इस दिन मछलियों को आटे की गोली बनाकर खिलाएं. मान्यता है कि इस दिन पैसों से संबंधित कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए.
Disclaimer: ईटीवी भारत उपरोक्त लेख में दी गई किसी भी मान्यता की पुष्टि नहीं करता है.
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