किन्नौर: जनजातीय जिला में बर्फबारी के बाद अब मौसम काफी दिनों से सुहावना हो रखा है और बागवानों को सेब के बगीचों में काम करने के लिए मौसम उनका साथ दे रहा है. ऐसे में बागवानों के चेहरे पर खुशी देखने के मिल रही है.
बता दें कि सेब के बगीचों में बर्फ की चादर से चिलिंग आवर्स पूरे होने से किन्नौर के बागवानों को अगले साल में सेब के फ्लावरिंग में समस्या नहीं आएगी. साथ ही निचले क्षेत्रों में आने वाली सर्दियों में भी बर्फबारी से सेब के बड़े पेड़ों व छोटे पौधों को चिलिंग आवर्स के लिए काफी लंबा समय मिल गया है.
आने वाली बर्फबारी से निचले क्षेत्रो में भी चिलिंग आवर्स का समय पूरा होगा, क्योंकि निचले क्षेत्रों में बर्फ की चादर जल्दी हट गई थी. जिससे निचले क्षेत्रो में चिलिंग आवर्स का समय अभी पूरा नहीं हुआ है, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पौधों के लिए चिलिंग आवर्स का समय पूरा हुआ है.
किन्नौर में सेब के पेड़ों की जड़ों को समय पर ठंडक मिल जाए तो अगले साल आने वाली फसल अच्छी रहती है और सेब के पेड़ों में बीमारी भी कम लगती है. इसके अलावा सेब भी बहुत रसीला होता है और फ्लावरिंग भी अच्छी रहती है.