शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में जेएनयू में हुई हिंसा के विरोध में शनिवार को अखिल भारतीय विद्यर्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. एबीवीपी ने वामपंथी संगठनों पर जेएनयू हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया और विरोध स्वरूप पुतला भी फूंका. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बीते कल दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा में शामिल 9 लोगों के नाम सार्वजनिक किए हैं. जिसमें 7 नाम वामपंथी संगठनों से है और जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्षा का भी इस घटना में नाम सामने आ रहा है.
एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वामपंथी संगठनों द्वारा जेएनयू हिंसा को लेकर जो भ्रांतियां सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है, उसका भी अब पर्दाफाश हो चुका है. एबीवीपी एचपीयू इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा कि देश के शिक्षण संस्थानों में वामपंथियों ने अराजकता का माहौल तैयार किया है. छात्रों को शिक्षा से वंचित करने का काम किया जा रहा है.
विशाल वर्मा ने कहा कि आज जेएनयू में देश विरोधी गतिविधियों में भाग लेकर मीडिया में आने और राष्ट्रीय नेता बनने की होड़ लगी हुई है. जेएनयू शिक्षा का मंदिर ना होने की जगह कुछ राजनीतिक दलों और वामपंथियों की राजनीति का अखाड़ा बन गया है. उन्होंने कहा कि जेएनयू हिंसा लेफ्ट संगठनों की बौखलाहट को दिखाता है. जेएनयू में छात्रों के साथ मारपीट की घटना बेहद शर्मनाक है.
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