शिमला: मंडी जिले में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत के बाद सरकार की नींद टूटी है. आबकारी व कराधान विभाग पिछले कुछ दिनों से अवैध शराब के धंधे पर सख्त कार्रवाई कर रहा है. शुक्रवार को विभाग ने राज्य के विभिन्न ट्रांस्पोर्टर व लॉजिस्टिक कंपनियों के गोदामों पर छापेमारी की गई. इस कार्रवाई में ई-वे बिल में धांधली पाई गई. इथाइल मेडिकल सॉल्यूशन लैब रिजेंट 96 फीसदी के साथ आयात किया जा रहा है. एक ई-वे बिल के तहत 1400 लीटर में इस सॉल्यूशन की लॉजिस्टिक एक फर्म के सुंदरनगर स्थित गोदाम में उतारी गई. आबकारी विभाग के अधिकारियों ने इसे कब्जे में ले लिया है. इस खेप में 4 ड्रम 200 लीटर क्षमता और 6 ड्रम प्रति 100 लीटर क्षमता के हैं.
इस मामले में विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य बिल जिसके अंतर्गत 5000 लीटर उक्त साॅल्यूशन का आयात किया जाना था उसको फर्म के हिमाचल प्रदेश से बाहर स्थित गोदाम में रोक दिया गया था, लेकिन 28 जनवरी, 2022 को विभागीय अधिकारियों द्वारा जिला ऊना के अम्ब क्षेत्र में अपनी ई-वे बिल चेकिंग के दौरान गाड़ी नंबरः एचआर 37डी 9594 को चेकिंग के लिए रोका तो पाया कि इसमें उक्त ई-वे बिल जिसे विभाग ने ऑनलाइन सिस्टम द्वारा चेक किया था उसके अंतर्गत इथाइल मेडिकल साॅल्यूशन लेबोरेटरी रीजेंट 5000 लीटर का आयात किया जा रहा था.
विभाग द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त गाड़ी को अपने कब्जे में लिया गया है. गाड़ी को चेक किया गया तो उसमें 200 लीटर क्षमता के 25 ड्रम में उक्त साॅल्यूशन पाया गया. इस संदर्भ में नियमानुसार आगामी कार्रवाई की जा रही है. विभाग के उड़नदस्ता मध्य क्षेत्र के संयुक्त आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी राकेश भारती ने बताया कि विभाग द्वारा अभी तक कुल 6400 लीटर इथाइल मेडिकल साॅल्यूशन रीजेंट को अपने कब्जे में लिया गया है. उन्होंने बताया कि तय नियमों के अनुसार कार्रवाई करके दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी.
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