शिमला: बर्फबारी के बाद हिमाचल के कई जिलों में लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. रविवार को प्रदेश भर में तीन 3 एनएच सहित 455 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं. जिससे पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
मिली जानकारी के अनुसार हिमपात की वजह से शिमला में 317 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप है. साथ ही रोहड़ू रामपुर चौपाल में भी हिमपात की वजह से मार्गों पर गाड़ियों के पहिए थमे रहे. हालांकि शिमला ठियोग रोहड़ू मार्ग बहाल कर दिया गया है, लेकिन लिंक रोड अभी भी बंद है. इसके अलावा मंडी जोन में 86 सड़कें, जबकि कांगड़ा जोन में 49 सड़कें अवरुद्ध हुई हैं.
सूचना मिलने के बाद लोक निर्माण विभाग ने मार्गों से बर्फ को हटाने के लिए 409 जेसीबी मशीने लगाई है, लेकिन मार्गों में सबसे ज्यादा हिमपात होने की वजह से बर्फ हटाने में मुश्किल हो रही है. वहीं, जहां से बर्फ हटाई गई है, वहां पर कोहरे की वजह से वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है.
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रविवार को लोक निर्माण विभाग को 10505.99 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. इसके अलावा बिजली विभाग और पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं. शिमला जिला के ऊपरी इलाकों में पांच दिन से बिजली गुल है. जगह-जगह बिजली के तार टूटे हुए हैं. साथ ही चौपाल रोहड़ू कोटखाई में भी बिजली और पानी की व्यवस्था ठप है. हालांकि शिमला ठियोग हाट कोटी सड़क शनिवार देर शाम वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दी गई है, लेकिन फागु के पास कोहरा जमा होने से वाहन स्किट हो रहे हैं.
वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के सभी उपायुक्तों को सड़क बहाल करने के निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन बर्फ ज्यादा होने के चलते अभी भी कई सड़कें यातायात के लिए बहाल नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि दो दिन में सभी सड़कों पर यातायात सुचारू रूप से चलेगा.