शिमला: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज 8वां दिन (russia-ukraine war) है. ऐसे में यूक्रेन में फंसे हिमाचली बच्चों के (children of Himachal stuck in Ukraine) अभिभावकों की चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. हालांकि, केंद्र सरकार भारतीय छात्रों को वहां से लाने की पूरी कोशिश कर रही है.
गुरुवार को बजट सत्र (himachal budget session) के दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि अब तक यूक्रेन से 198 बच्चे वापस हिमाचल लाए गए हैं. अभी भी हिमाचल के 249 बच्चे यूक्रेन में फंसे (Himachal students trapped in Ukraine) हुए हैं. कुल 53 बच्चे खरकीव में हैं. सीएम जयराम ठाकुर ने सदन में बताया कि 249 में से 163 बच्चों से संपर्क हो चुका है. जल्द ही यूक्रेन में फंसे हिमाचल के बच्चों को लाया जाएगा.
आज सुबह पोलैंड के रेजजो से 208 भारतीयों को लेकर वायु सेना का तीसरा सी-17 विमान दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस पर उतरा. इस मौके पर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट वहां मौजूद थे और उन्होंने भारतीय नागरिकों के साथ बातचीत की. नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच शुक्रवार तक 24 उड़ानों से रोमानिया में बुखारेस्ट और सुकीविया के रास्ते करीब 4,800 भारतीय छात्रों को निकाला जाएगा. भारतीय छात्रों की निकासी की व्यवस्था करने के लिए बुखारेस्ट में मौजूद मंत्री ने कहा कि वह आज यूक्रेन के साथ लगती सीमा जांच चौकी सिरेत जाएंगे और करीब 48 घंटे वहीं रहेंगे. उन्होंने कहा, मैं तब तक वहां रहूंगा जब तक अंतिम छात्र सिरेत से रवाना नहीं हो जाता.
बता दें, यूक्रेन से भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के प्रयासों को तेज करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी रविवार से लगातार बैठकें कर रहे हैं. उन्होंने कई मौकों पर कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. करीब 20,000 भारतीयों में से अब तक 6,000 को स्वदेश लाया जा चुका है. भारत ने युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिये 'आपरेशन गंगा' अभियान शुरू किया है.
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