ठियोग/कोटखाईः प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में लकड़ी से बने मकान भले ही लोगों को गर्मी और सर्दी से राहत देते हैं, लेकिन लकड़ी के मकानों से अक्सर लोगों की जिंदगी भर की कमाई कुछ ही पल में राख में बदल जाती है. इन दिनों राजधानी शिमला के ऊपरी क्षेत्र में लगातार आग की घटनाएं सामने आ रही है. शुक्रवार को कोटखाई में तीन परिवार के 14 कमरे आग की भेंट चढ़ गए.
कोटखाई के डाहर गांव में दोपहर के समय एक मकान में आग भड़क उठी और देखते ही देखते आग ने आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया. आग लगने की भनक लगते ही लोगों में हड़कंप मच गया. लोगों ने विभिन्न तरीकों से आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग की लपटों ने करीब 14 कमरों को नुकसान पहुंचाया है.
लोगों ने आग की सूचना फायर बिग्रेड को भी दी, लेकिन जब तक गाड़ी आती तब तक आग सब कुछ तबाह कर चुकी थी. आग की इस घटना से पूरे गांव में दहशत और दुख का माहौल है. वहीं, मौके पर तहसीलदार भी पहुंचे और उन्होंने पीड़ित परिवारों को दस दस हजार की फौरी राशि भी प्रदान की है.
मदद की गुहार
इस आगजनी की घटना से किशोरी, मोहन, और बिमला तीनों के घर मे रखा लाखों का सामान जलकर राख हो गया है और सब बेघर हो गए हैं. पीड़ित परिवार और गांव के लोगों ने इस आग की घटना में हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
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