नाहन: कहा जाता है कि 'एक कलम तलवार से भी ज्यादा ताकतवर होती है'. अब आप इसका साकार रूप भी देख सकते हैं. सिरमौर के शिक्षक संजीव अत्री ने एक ऐसा ही पेन बनया, जो तलवार से भी बड़ा है. दावा किया जा रहा है कि यह इंक पेन दुनिया का सबसे बड़ा इंक पेन (World largest ink pen made in Himachal) है. 20 फीट लंबा यह पेन सिर्फ शोपीस नहीं, इसमें स्याही भी होगी और यह चलेगा भी. इस विशाल इंक पेन को अकेले उठाने में पसीने छूट जाएंगे. आज यानि शनिवार को इस पेन को बच्चों के लिए समर्पित किया जाएगा. नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल इस पेन का शुभारंभ (largest ink pen inauguration in nahan) करेंगे.
बच्चों को पढ़ाएगा पेन- संजीव अत्री ने बताया कि टीचिंग और लर्निंग करवाने वाले इस पेन को एक स्किल के तहत तैयार किया गया है. पेन की विशेषता यह रहेगी कि यह पेन साउंड सेंसर से लैस है. मतलब यदि कोई शिक्षक अगले दिन अवकाश करने वाला है, तो संबंधित अध्यापक अपना लेक्चर रिकॉर्ड करके मोबाइल के माध्यम से स्कूल प्रबंधन के पास भेजेगा. इसके बाद साउंड सेंसर की मदद से संबंधित रिकार्ड लेक्चर को पेन में सेंड कर दिया (Pen will teach children in absence of teacher) जाएगा. अगले दिन बच्चों को पेन के पास बिठाकर छुट्टी पर गए शिक्षक की आवाज में पढ़ाकर सेंसर अपना काम शुरू कर देगा.
प्रार्थना भी कराएगा पेन: वहीं, नौरंगाबाद स्कूल में पीटीआई नहीं होने के चलते अब विशाल पेन स्कूल में प्रार्थना कराने में भी मदद करेगा. खाली पीरियड में पेन बच्चों को कहानी भी सुनाएगा. इस पेन से बच्चे गीत भी सुन सकते हैं. इस पेन को सौर ऊर्जा से चार्ज किया जा सकता (features of world largest ink pen) है. ऐसे में रात को यह पेन रोशनी भी बिखेरने में सहायक साबित होगा.
20 फीट लंबा, 42 किलो वजन: धौलाकुआं के राजकीय उच्च विद्यालय नौरंगाबाद के मुख्याध्यापक संजीव अत्री द्वारा निर्मित यह इंक पेन 20 फीट लंबा और 42 किलो का है. करीब 1 फीट चौड़े इस पेन को बनाने में लकड़ी और लोहे का उपयोग किया गया है. हालांकि स्कूल प्रबंधन ने यह पेन अपने स्कूल के लिए तैयार किया (features of world largest ink pen) है. स्कूल के मुख्याध्यापक संजीव अत्री ने बताया कि स्कूल की आपूर्ति के लिए इसे तैयार किया गया. उनका दावा है कि यह इंक पेन दुनिया का सबसे लंबा इंक पेन है. इस पेन को बनाने में 45 हजार का खर्चा आया है. 6 शिक्षकों ने मिलकर पेन बनाने में खर्च किया है.
तीन भागों में बनाया गया पेन- संजीव अत्री ने बताया कि पेन को 3 भागों में बनाया गया है. पहला ढक्कन, दूसरा बीच का हिस्सा और तीसरा हिस्सा इसकी निब व कंगी वाला होगा. पेन की निब व कंगी लगभग ढाई फीट लंबी है. पेन के भीतर स्याही भरने का भी प्रावधान किया गया है. एक बेग में स्याही भरी जाएगी, जोंकि एक पाइप के माध्यम से निब तक पहुंचेगी. उन्होंने बताया कि संबंधित पेन से लिखा भी जा सकता है, लेकिन इसका भार अधिक होने की वजह से अकेले व्यक्ति को इसे उठाना मुश्किल होगा, लेकिन पेन को उठाकर जब कागज पर मूव किया जाएगा तो लिखा जा सकेगा.
पहरेदारी करेगा पेन- संजीव अत्री ने बताया कि इस इंक पेन को स्कूल परिसर में स्थापित किया जाएगा. पेन में सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है, जिसका नियंत्रण स्कूल प्रबंधन के पास रहेगा. कार्यालय में बैठकर जहां स्कूल प्रबंधन परिसर में बच्चों पर नजर रख सकेगा.वहीं, सीसीटीवी की मदद से यह पेन स्कूल की सुरक्षा में भी मददगार साबित होगा.
इससे पहले मिनी सिनेमाघर भी कर चुके तैयार- नौरंगाबाद स्कूल (Government High School Naurangabad) में इससे पहले मुख्याध्यापक संजीव अत्री के मार्गदर्शन में मिनी सिनेमाघार भी तैयार किया जा चुका (mini cinema house in nahan) है, जिसके माध्यम से बच्चों को शैक्षणिक व ज्ञानवर्धक लघु फिल्में दिखाई जा रही (mini cinema house in Naurangabad school nahan) है. बता दें कि यह स्कूल दुर्गम व गुज्जर बहुल एरिया में स्थित (Gujjar majority area in nahan) है. ऐसे में स्कूल में की जा रही नई खोजों से यहां के बच्चों की पढ़ाई में रुचि भी बढ़ने लगी है. पिछले साल इस स्कूल में बच्चों की संख्या 64 थी, जोकि इस बार बढ़कर 115 तक पहुंच गई है.
पहले यहां बना था सबसे बड़ा पेन- नौरंगाबाद स्कूल में तैयार किए गए इंक पेन से पहले दुनिया का सबसे बड़ा बॉल पेन हैदराबाद के निवासी आचार्य मकुनुरी श्रीनिवासा ने तैयार किया था, जिसे गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में भी दर्ज किया गया है. यह बॉल पेन 18 फीट लंबा था, जिसका वजन 37.23 किलोग्राम (world largest ball pen) रहा. ऐसे में नौरंगाबाद स्कूल प्रबंधन का दावा है कि उनके द्वारा तैयार किया गया यह पेन दुनिया का सबसे बड़ा इंक (worrld largest ink pen ) पेन होगा. इसके लिए वह गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स के लिए भी आवेदन करेंगे.
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