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भाइयों की कलाई पर इस बार सजेगी मेड-इन-सिरमौर राखियां, खासियत जान खरीदने को होंगे मजबूर

डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी के निर्देशों पर जिला में नई पहल की गई है. आत्मनिर्भर जिला सिरमौर की दिशा राखियां तैयार कर प्रशासन ने पहला कदम बढ़ाया है. 23 जुलाई से 3 अगस्त तक नाहन के डीआरडीए भवन में इन राखियों की प्रदर्शनी एवं बिक्री स्टाल लगाया जाएगा. लिहाजा प्रशासन ने सभी बहनों से इस बार इन विशेष राखियों को खरीदने की अपील की है.

डिजाइन फोटो
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Published : Jul 26, 2020, 10:13 PM IST

नाहन: जिला सिरमौर में इस बार रक्षा बंधन का त्यौहार खास होगा, क्योंकि भाइयों की कलाइयों पर इस मर्तबा बहनें मेड-इन सिरमौर राखियां बांधेंगी. जिला प्रशासन के निर्देशों पर महिला समूह खास तरह की राखियां तैयार कर रही हैं.

दरअसल डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी के निर्देशों पर जिला में नई पहल की गई है. आत्मनिर्भर जिला सिरमौर की दिशा राखियां तैयार कर प्रशासन ने पहला कदम बढ़ाया है. 23 जुलाई से 3 अगस्त तक नाहन के डीआरडीए भवन में इन राखियों की प्रदर्शनी व बिक्री स्टाल लगाया जाएगा. लिहाजा प्रशासन ने सभी महिलाओं से इस बार विशेष राखियां खरीदने की अपील की है.

वीडियो रिपोर्ट

मेड-इन-सिरमौर नाम से पहली बार तैयार की गई इन राखियों की खास बात यह है कि चीड़ के पत्तों को डेकोरेट करके उनमें सरसों के बीज लगाए गए हैं. लिहाजा जब भी राखी को निकाला जाएगा, तो जिस स्थान पर बीज गिरेंगे उस स्थान पर सरसों उग सकती है.

डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म निर्भर अभियान वोकल से लोकल को लेकर जिला प्रशासन ने यह प्रयास किया है. इसके तहत पच्छाद व नाहन ब्लॉक की स्वयं सहायता समूह की ओर से इस बार राखियां तैयार की गई हैं.

मेड-इन-सिरमौर की राखियां होंगी पहला प्रोडक्ट:

अहम बात यह भी है कि मेड-इन राखियां बनाने वाला सिरमौर जिला पहला होगा. प्रशासन की ओर से तैयार की गई राखियां जिला में पहला प्रोडक्ट होगा और इससे महिलाओं के लिए रोजगार के द्वार भी खुले हैं. डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि प्रशासन के निर्देशों पर तैयार की गई यह राखियां मेड-इन-सिरमौर के तहत पहला प्रोडक्ट होगा, जोकि होम मेड होने के साथ महिलाओं की ओर से तैयार की गई है. इसके अलावा अन्य घरेलू उत्पादों को भी सेल के लिए रखा जाएगा.

डीसी ने सभी से अपील करते हुए कहा कि इस बार तैयार की गई राखियों को लेकर महिलाओं का हौसला बढ़ाएं और इस बार इन्हीं को खरीदें. बाजार में बिकने वाली यह राखियां बेहतर हैं. इससे जहां पर्यावरण संरक्षित होगा, वहीं, आय का साधन भी खुलेगा.

कुल मिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर अभियान से प्रेरणा लेते हुए मेड-इन-सिरमौर जिला बनाने की दिशा में डीसी सिरमौर का यह प्रयास सराहनीय है. लिहाजा प्रशासन ने इस बार रक्षा बंधन पर सभी बहनों से यह राखियां खरीदने की अपील की है.

नाहन: जिला सिरमौर में इस बार रक्षा बंधन का त्यौहार खास होगा, क्योंकि भाइयों की कलाइयों पर इस मर्तबा बहनें मेड-इन सिरमौर राखियां बांधेंगी. जिला प्रशासन के निर्देशों पर महिला समूह खास तरह की राखियां तैयार कर रही हैं.

दरअसल डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी के निर्देशों पर जिला में नई पहल की गई है. आत्मनिर्भर जिला सिरमौर की दिशा राखियां तैयार कर प्रशासन ने पहला कदम बढ़ाया है. 23 जुलाई से 3 अगस्त तक नाहन के डीआरडीए भवन में इन राखियों की प्रदर्शनी व बिक्री स्टाल लगाया जाएगा. लिहाजा प्रशासन ने सभी महिलाओं से इस बार विशेष राखियां खरीदने की अपील की है.

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मेड-इन-सिरमौर नाम से पहली बार तैयार की गई इन राखियों की खास बात यह है कि चीड़ के पत्तों को डेकोरेट करके उनमें सरसों के बीज लगाए गए हैं. लिहाजा जब भी राखी को निकाला जाएगा, तो जिस स्थान पर बीज गिरेंगे उस स्थान पर सरसों उग सकती है.

डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म निर्भर अभियान वोकल से लोकल को लेकर जिला प्रशासन ने यह प्रयास किया है. इसके तहत पच्छाद व नाहन ब्लॉक की स्वयं सहायता समूह की ओर से इस बार राखियां तैयार की गई हैं.

मेड-इन-सिरमौर की राखियां होंगी पहला प्रोडक्ट:

अहम बात यह भी है कि मेड-इन राखियां बनाने वाला सिरमौर जिला पहला होगा. प्रशासन की ओर से तैयार की गई राखियां जिला में पहला प्रोडक्ट होगा और इससे महिलाओं के लिए रोजगार के द्वार भी खुले हैं. डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि प्रशासन के निर्देशों पर तैयार की गई यह राखियां मेड-इन-सिरमौर के तहत पहला प्रोडक्ट होगा, जोकि होम मेड होने के साथ महिलाओं की ओर से तैयार की गई है. इसके अलावा अन्य घरेलू उत्पादों को भी सेल के लिए रखा जाएगा.

डीसी ने सभी से अपील करते हुए कहा कि इस बार तैयार की गई राखियों को लेकर महिलाओं का हौसला बढ़ाएं और इस बार इन्हीं को खरीदें. बाजार में बिकने वाली यह राखियां बेहतर हैं. इससे जहां पर्यावरण संरक्षित होगा, वहीं, आय का साधन भी खुलेगा.

कुल मिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर अभियान से प्रेरणा लेते हुए मेड-इन-सिरमौर जिला बनाने की दिशा में डीसी सिरमौर का यह प्रयास सराहनीय है. लिहाजा प्रशासन ने इस बार रक्षा बंधन पर सभी बहनों से यह राखियां खरीदने की अपील की है.

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