पांवटा साहिब: बुधवार देर रात हुई बारिश के कारण हिमाचल में भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं. जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र की अगर बात की जाए तो यहां भी बारिश ने (heavy rain in sirmaur) तबाही मचाई है. जगह-जगह सड़कों पर मलबे के ढेर नजर आ रहे हैं. भूस्खलन के कारण (landslide in sirmaur) पांवटा से शिलाई और पांवटा से रेणुका सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद हो चुका है. सड़कों के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हैं. जिस कारण आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
एंबुलेंस में ही करवानी पड़ी महिला की डिलीवरी: 10 घंटे नेशनल हाईवे 707 बंद होने की वजह से एंबुलेंस में ही एक महिला की डिलीवरी करवानी पड़ी. एंबुलेंस चालक ने बताया कि रात को लगातार हुई बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कहीं पेड़ गिरे तो (woman delivery in ambulance) कहीं चट्टानें. कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. उन्होंने कहा कि सिरमौर के पास एक बड़ा पेड़ सड़क पर गिरने से एंबुलेंस फंस गई. करीब 2 घंटे के बाद पेड़ को हटाया गया लेकिन कच्ची ढांक में ज्यादा कीचड़ होने पर फिर 1 घंटे एंबुलेंस फंसी रही. काफी मशक्कत के बाद मशीन से फिर एंबुलेंस को निकाला गया.
108 सेवा की कफोटा एंबुलेंस को 11 बजे डिलीवरी केस के सिलसिले में शिल्ला से फोन आता है. वापसी में आधी रात को हैवना में लैंड स्लाइडिंग के कारण सड़क अवरुद्ध हो जाती है, उधर, महिला की प्रसव पीड़ा तेज हो जाती है. कठिन हालात में एंबुलेंस में ही डिलीवरी का फैसला लेते हैं. रात एक बजे महिला की गोद में बेटे की किलकारी गूंज उठती है. रोगी वाहन के कर्मियों ने ही रात भर जच्चा व बच्चा की निगरानी के साथ तीमारदारी भी की.
सुबह दस बजे के आसपास शिशु और महिला को सड़क पार करवाने के (woman delivery in ambulance) बाद दूसरी एंबुलेंस में शिफ्ट करने के बाद पावंटा साहिब अस्पताल भेजा गया. ईमटी शिवेंद्र व पायलट सतीश के हौसले के कारण लैंड स्लाइडिंग और बारिश के बीच 23 साल की रीना ने बेटे को जन्म दिया. फिलहाल जच्चा व बच्चा ठीक है. बता दें कि रोड को बहाल करने का कार्य वीरवार सुबह आठ बजे किया गया.
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