नाहन: कहते हैं, यदि जीवन में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो, तो हर मुश्किलों का डटकर सामना कर सफल होने से कोई नहीं रोक सकता. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है, सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन के विवेक ने. दरअसल नाहन निवासी विवेक कुमार बचपन से ही दिव्यांग हैं, लेकिन अपनी हिम्मत के बल पर उसने जमा दो की पढ़ाई पूरी की और अब अपने पुश्तैनी कारोबार को आगे बढ़ा रहे हैं. मिट्टी से बने दीपक, बर्तन बनाना विवेक का पुस्तैनी कारोबार है.
वैसे तो वह सालभर दुकान संभालता है. परंतु त्योहारी सीजन में वह अकेले ही पूरी दुकान को संभाल कर परिवार को सहयोग दे रहा है. इन दिनों विवेक अपने बड़े भाई आशीष के साथ शहर के मुख्य बाजार में दुकान संभाल रहा है. विवेक कुमार की मानें तो आदमी को कभी भी हार नहीं माननी चाहिए और हर चुनौती का हिम्मत से मुकाबला करना चाहिए.
बातचीत में विवेक कुमार ने बताया कि वह एक दिव्यांग है, लेकिन उसके हौसले किसी से कम नहीं है. वह परिवार के कार्य में पूरा सहयोग दे रहा है. उन्होंने समाज को संदेश देते हुए कहा कि कभी भी हार नहीं माननी चाहिए और हिम्मत से मुकाबला करना चाहिए.
उधर विवेक के भाई आशीष कुमार ने बताया कि वह शुरू से ही अपने कार्य खुद करता है और आज भी वह अपने पुश्तैनी कार्य में सहयोग देकर वोकल फॉर लोकल को भी बढ़ावा दे रहा है. दूसरी तरफ विवेक के पिता राकेश कुमार ने बताया कि यह उनका पुश्तैनी कार्य है और मिट्टी के बर्तन बनाते हैं. वैसे तो विवेक हर समय इस कार्य में सहयोग देता है, परंतु त्योहारी सीजन में वह उनके साथ हमेशा खड़ा रहता है और उन्हें पूरा सहयोग करता है.
कुल मिलाकर विवेक कुमार समाज को एक राह दिखा रहा है कि कोई भी समस्या आपको सफल होने से नहीं रोक सकती. बशर्ते आप में उससे जूझने की हिम्मत हो.
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