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नाहन: राजीव बिंदल ने बिक्रमबाग देवनी में सिंचाई योजनाओं का शिलान्यास किया

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Published : Sep 10, 2022, 4:51 PM IST

Updated : Sep 10, 2022, 5:04 PM IST

प्रदेश भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल आज नाहन विधानसभा क्षेत्र के विक्रमबाग और देवनी पंचायतों के एक दिवसीय प्रवास पर (Rajeev Bindal Bikrambagh tour) रहे. प्रवास के दौरान डॉ. बिंदल ने नव सृजित बिक्रमबाग-देवनी पटवार सर्कल का उदघाटन किया. पढ़ें पूरी खबर...

राजीव बिंदल ने किया सिंचाई योजनाओं का शिलान्यास
राजीव बिंदल ने किया सिंचाई योजनाओं का शिलान्यास

नाहन: प्रदेश भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल आज नाहन विधानसभा क्षेत्र के विक्रमबाग और देवनी पंचायतों के एक दिवसीय प्रवास पर (Rajeev Bindal Bikrambagh tour) रहे. प्रवास के दौरान डॉ. बिंदल ने नव सृजित बिक्रमबाग-देवनी पटवार सर्कल का उदघाटन किया. उन्होंने कैड परियोजना के तहत निर्मित होने वाली उठाऊ सिंचाई योजना मंडेरवा, उठाउ सिंचाई योजना बेला, उठाउ सिंचाई योजना खैरवाला और बहाव सिंचाई योजना बिक्रमबाग का शिलान्यास भी किया.

डॉ. बिन्दल ने कहा कि बिक्रमबाग और देवनी दोनों पंचायतें मारकंडा नदी के दोनों ओर बसी हैं, जोकि पूर्व में एक ही पंचायत थी. उन्होंने कहा कि नदी नालों से पटी पड़ी यह पंचायतें पिछले 60 सालों से विकास को तरस रही थी. बरसात के दिनों में टापू में तबदील हो जाने वाले गांव में बसने वाले लोग सडकों व पुलों का इंतजार करते रहते थे. गर्मियों में पीने के पानी की समस्याओं से लोग जूझते थे, पानी की भरमार होते हुए भी लोगों के खेत सिंचाई के पानी से महरूम रहे. यहां के हालात बहुत कठिन थे.

राजीव बिंदल ने किया सिंचाई योजनाओं का शिलान्यास.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से इस इलाके का भाग्य परिर्वतन होना शुरू हुआ. बिक्रमबाग देवनी सड़क पर मारकंडा नदी पर आर-पार जाने के लिए पहला पुल 9 करोड़ रुपये की लागत से बना. खैुरी नाले का पुल 3 करोड़ रुपये की लागत से लगा, खैरवाला ढाकवाला को पक्की सड़क मिली और काला आम सुकेती होते हुए खजूरना सड़क को नया रूप दे कर उस पर बसें चली. यह है सबसे बड़ी इलाके के विकास की कहानी, अनेक छोटे बड़े पुलों व सड़के बनने से इलाका टापू की श्रेणी से बाहर आने लगा.

उन्होंने कहा कि 4 करोड़ रुपये की लागत से मंडेरवा का पुल बन रहा है और 2.50 करोड़ रुपये की लागत से पथराला का खाला का पुल का निर्माण किया जाएगा. बिंदल ने कहा कि उनका अगला प्रयास क्षेत्र में पीने का पानी उपलब्ध करवाना था. पीने के पानी के लिए अनेक ट्यूबलर लगाए गए हैं. हाल ही में बड़े-बडे 3 परकोलेशन वैल लगाए गए हैं, जिनका कार्य पूर्ण होने पर इलाके को बारह माह स्वच्छ एवं पूरा पीने का पानी मिलेगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति 3 करोड़ रुपये व्यय कि जा रहे हैं.

डॉ. बिंदल ने कहा कि किसान के खेत को पानी देने का नवीन प्रयास शुरू किया गया (Irrigation schemes in Bikrambagh Deoni of Nahan) है. मारकंडा नदी से निकलने वाली कूहल सिंचाई योजना हर साल धवस्त हो जाती है व महीनों महीने लोगों को इसकी रिपेयर का इंतजार करना पड़ता है. किन्तु अब 2 करोड़ रुपये की लागत से से इसका नवीनीकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बेला गांव व आसपास के क्षेत्र सिंचाई से महरूम थे.

उन्होंने अपनी विधायक निधि से एक छोटी सिंचाई योजना बनाई. आज बेला क्षेत्र को 2 करोड़ रुपये की लागत की सिंचाई योजना दी जा रही है. बिंदल ने यह भी कहा कि इलाके के लोगों को पटवारी के कामों के के लिए मोगीनंद जाना पड़ता था. उन्हें कई-कई दिन चक्कर काटने पड़ते थे. आज नया पटवार सर्कल बिक्रमबाग देवनी का खोला गया है, जिससे गरीब आदमी को बड़ी राहत मिलेगी.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में World Largest Ink Pen, डॉ. बिंदल ने किया शुभारंभ, जानें इस पेन की खासियत

नाहन: प्रदेश भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल आज नाहन विधानसभा क्षेत्र के विक्रमबाग और देवनी पंचायतों के एक दिवसीय प्रवास पर (Rajeev Bindal Bikrambagh tour) रहे. प्रवास के दौरान डॉ. बिंदल ने नव सृजित बिक्रमबाग-देवनी पटवार सर्कल का उदघाटन किया. उन्होंने कैड परियोजना के तहत निर्मित होने वाली उठाऊ सिंचाई योजना मंडेरवा, उठाउ सिंचाई योजना बेला, उठाउ सिंचाई योजना खैरवाला और बहाव सिंचाई योजना बिक्रमबाग का शिलान्यास भी किया.

डॉ. बिन्दल ने कहा कि बिक्रमबाग और देवनी दोनों पंचायतें मारकंडा नदी के दोनों ओर बसी हैं, जोकि पूर्व में एक ही पंचायत थी. उन्होंने कहा कि नदी नालों से पटी पड़ी यह पंचायतें पिछले 60 सालों से विकास को तरस रही थी. बरसात के दिनों में टापू में तबदील हो जाने वाले गांव में बसने वाले लोग सडकों व पुलों का इंतजार करते रहते थे. गर्मियों में पीने के पानी की समस्याओं से लोग जूझते थे, पानी की भरमार होते हुए भी लोगों के खेत सिंचाई के पानी से महरूम रहे. यहां के हालात बहुत कठिन थे.

राजीव बिंदल ने किया सिंचाई योजनाओं का शिलान्यास.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से इस इलाके का भाग्य परिर्वतन होना शुरू हुआ. बिक्रमबाग देवनी सड़क पर मारकंडा नदी पर आर-पार जाने के लिए पहला पुल 9 करोड़ रुपये की लागत से बना. खैुरी नाले का पुल 3 करोड़ रुपये की लागत से लगा, खैरवाला ढाकवाला को पक्की सड़क मिली और काला आम सुकेती होते हुए खजूरना सड़क को नया रूप दे कर उस पर बसें चली. यह है सबसे बड़ी इलाके के विकास की कहानी, अनेक छोटे बड़े पुलों व सड़के बनने से इलाका टापू की श्रेणी से बाहर आने लगा.

उन्होंने कहा कि 4 करोड़ रुपये की लागत से मंडेरवा का पुल बन रहा है और 2.50 करोड़ रुपये की लागत से पथराला का खाला का पुल का निर्माण किया जाएगा. बिंदल ने कहा कि उनका अगला प्रयास क्षेत्र में पीने का पानी उपलब्ध करवाना था. पीने के पानी के लिए अनेक ट्यूबलर लगाए गए हैं. हाल ही में बड़े-बडे 3 परकोलेशन वैल लगाए गए हैं, जिनका कार्य पूर्ण होने पर इलाके को बारह माह स्वच्छ एवं पूरा पीने का पानी मिलेगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति 3 करोड़ रुपये व्यय कि जा रहे हैं.

डॉ. बिंदल ने कहा कि किसान के खेत को पानी देने का नवीन प्रयास शुरू किया गया (Irrigation schemes in Bikrambagh Deoni of Nahan) है. मारकंडा नदी से निकलने वाली कूहल सिंचाई योजना हर साल धवस्त हो जाती है व महीनों महीने लोगों को इसकी रिपेयर का इंतजार करना पड़ता है. किन्तु अब 2 करोड़ रुपये की लागत से से इसका नवीनीकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बेला गांव व आसपास के क्षेत्र सिंचाई से महरूम थे.

उन्होंने अपनी विधायक निधि से एक छोटी सिंचाई योजना बनाई. आज बेला क्षेत्र को 2 करोड़ रुपये की लागत की सिंचाई योजना दी जा रही है. बिंदल ने यह भी कहा कि इलाके के लोगों को पटवारी के कामों के के लिए मोगीनंद जाना पड़ता था. उन्हें कई-कई दिन चक्कर काटने पड़ते थे. आज नया पटवार सर्कल बिक्रमबाग देवनी का खोला गया है, जिससे गरीब आदमी को बड़ी राहत मिलेगी.

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Last Updated : Sep 10, 2022, 5:04 PM IST
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