नाहन: रविवार 12 जून को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह का नाहन दौरा (Pratibha Singh Nahan Visits) प्रस्तावित है, लेकिन इससे पहले ही सिरमौर जिला कांग्रेस दोफाड़ हो गई है. जिले के कांग्रेसी नेताओं ने वर्तमान सिरमौर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें पद से हटाने की मांग पार्टी आलाकमान से की है. इस सिलसिले में जिलाध्यक्ष की कार्यप्रणाली से अंसतुष्ट कांग्रेसी नेताओं ने एक पत्र अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला को भेजा है.
कंवर अजय बहादुर सिंह की कार्यप्रणाली से अंसतुष्ट हैं नेता: दरअसल शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह की कार्यप्रणाली से अंसतुष्ट नेताओं ने सर्किट हाउस नाहन में एक बैठक (Congress meeting at Circuit House Nahan) आयोजित की. बंद कमरे में आयोजित इस बैठक की जानकारी मीडिया तक को नहीं मिली, लेकिन शाम होते-होते हुए इस संबंध में मीडिया तक भी जानकारी पहुंच गई. सूत्रों के अनुसार हिमाचल प्रभारी को भेजे गए पत्र में 4 बिंदुओं को लेकर जिलाध्यक्ष की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्हें पद से हटाने की मांग की गई है. बैठक में उपनेता प्रतिपक्ष एवं शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान सहित कई कांग्रेसी नेता व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल कांग्रेस प्रभारी को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया गया कि (sirmaur congress against Kanwar Ajay Bahadur Singh) जिलाध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह की उम्र 78 वर्ष है और उन्होंने जिलाध्यक्ष बनने से पहले स्वयं पार्टी के कार्यों को करने में असमर्थता व्यक्त की थी. सक्रिय राजनीति से सन्यास की घोषणा भी की थी. जिलाध्यक्ष के कार्यकाल को 2 साल 6 महीने हो गए हैं, अभी तक जिला कांग्रेस कमेटी की एक भी बैठक नहीं बुलाई गई, न ही जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यक्रम में सक्रियता दिखाई. इस वजह से कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो रहा है.
कंवर अजय बहादुर सिंह भाजपा की बी टीम के नेता: पत्र में यह भी कहा गया है कि हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार के पुत्र कुश परमार जोकि नाहन विधानसभा क्षेत्र से 3 व पांवटा साहिब से 2 बार विधायक रहे हैं, को कांग्रेस पार्टी में जीरो कर, घर बिठाने में भी अजय बहादुर सिंह की अहम भूमिका है. वहीं, यह भी आरोप लगाया गया कि अजय बहादुर सिंह जिला सिरमौर भाजपा के नेताओं के साथ मिलकर उनकी सुविधा अनुसार कार्य कर पार्टी को नुकसान पहुंचाते हैं. इस बात से जिला सिरमौर के सभी कार्यकर्ता भी भली-भांति परिचित हैं. आरोप लगाया गया कि यही कारण है कि कंवर अजय बहादुर सिंह भाजपा की बी टीम के नेता के रूप में जाने जाते हैं.
कंवर अजय बहादुर सिंह की जगह किसी और को बनाया जाए जिला अध्यक्ष: असंतुष्ट नेताओं ने हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला से मांग करते हुए कहा कि जिला सिरमौर में कांग्रेस पार्टी को सक्रिय करना है, तो कंवर अजय बहादुर सिंह की (Kanwar Ajay Bahadur Singh) जगह किसी अन्य योग्य, अनुभवी व कम आयु के व्यक्ति को सिरमौर जिला कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया जाए, अन्यथा आगामी विधानसभा चुनाव में जिला सिरमौर में पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. सूत्रों के अनुसार बंद कमरे में आयोजित हुई इस बैठक में वर्तमान जिला कांग्रेस कमेटी के कई पदाधिकारी, कई पंचायतों के प्रधान, बीडीसी सदस्य आदि मौजूद रहे.
कंवर अजय बहादुर सिंह ने सभी आरोपों को बताया बेबुनियाद: दूसरी तरफ इस मामले में पूछे जाने पर सिरमौर जिला कांग्रेस कमेटी (Sirmaur District Congress Committee) के अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. जिलाध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने सदैव कांग्रेस हित में कार्य किया है. कांग्रेस के अलावा अन्य किसी राजनीतिक दल से उनका कोई लेना-देना नहीं है. जहां तक उन्हें जिलाध्यक्ष के पद से हटाने का सवाल है, उसको लेकर पार्टी आलाकमान फैसला लेगी. कुल मिलाकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के दौरे से ठीक 2 दिन पहले ही सिरमौर जिला कांग्रेस में बड़ा विस्फोट हुआ है और जिला में कांग्रेस दोफाड़ होती हुई नजर आ रही है. अब देखना यह होगा कि पार्टी आलाकमान इस मामले में क्या कदम उठाती है.