नाहन: हिमाचल के स्वर्णिम 50 वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित जिला स्तरीय मारकंडा नदी स्वच्छता अभियान के कारगर परिणाम सामने आए हैं. बीते रोज रविवार को सुबह से लेकर शाम तक चले इस अभियान में महज एक ही दिन में 1360 किलो पॉलीथिन कचरे को एकत्रित किया गया.
इस कार्य के लिए सिरमौर प्रशासन की 6 अधिकारियों की टीमों के नेतृत्व में 700 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें 7 पंचायतों के जनप्रतिनिधियों के अलावा स्थानीय लोग, महिला व युवक मंडलों सहित स्वयं सहायता समूहों, आंगनबाड़ी व आशा वर्कर्स के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने हिस्सा लिया.
आगे भी जारी रहेगा यह अभियान
सतीवाला पंचायत के प्रधान कमल शर्मा ने मारकंडा नदी में चलाए गए स्वच्छता अभियान के लिए डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी का आभार जताया. उन्होंने कहा कि बोहलियों मारकंडा नदी का उद्गम स्थल है. मारकंडा नदी यहां से शुरू होकर कालाअंब तक होते हुए हरियाणा में प्रवेश करती है. सभी ने मिलकर यह कार्य शुरू किया है, जोकि आने वाले समय तक भी जारी रहेगा.
नदी को स्वच्छ बनाना ही उद्देश
स्थानीय महिलाओं का कहना था कि अभियान का मुख्य उद्देश्य मारकंडा नदी को स्वच्छ बनाना है. साथ ही, पालीथीन एकत्रित कर नदी सहित इलाके को पॉलीथीन मुक्त बनाना है, ताकि नदी को स्वच्छ बनाया जा सके. वहीं एक अन्य महिला का कहना था कि पवित्र मारकंडा नदी को स्वच्छ रखने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा, ताकि नदी का जल पीने के लिए भी इस्तेमाल हो सके. इस अभियान को सफल बनाने का महिलाओं ने भी बीड़ा उठाया है.
प्रदूषित नदियों में शामिल मारकंडा नदी
बता दें कि कुछ ही महीनों पहले मारकंडा नदी प्रदेश की 7 प्रदूषित नदियों में भी आंकी गई थी और लंबे समय से यह दूषित हो रही थी. लिहाजा जिला प्रशासन सहित नदी के साथ बसने वाली 7 पंचायतों के लोगों ने अब इस नदी को पूरी तरह से स्वच्छ रखने का संकल्प लिया है. देखना यह होगा कि इस दिशा में कितनी कामयाबी मिलती है.