पांवटा साहिब: देवभूमि हिमाचल अपनी सुंदरता और हरियाली के लिए जानी जाती है. हजारों की तादाद में बाहरी राज्यों से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं. जिला सिरमौर का ट्रांस गिरी के पर्यटन स्थलों की अनदेखी की वजह से पर्यटक आकर्षित नहीं हो रहे हैं.
कुछ महीने पहले कफोटा के क्षेत्र विकास समिति व्यापार मंडल के लोगों ने बर्फीले इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा देने की मांग की थी. इसके लिए कई बैठकें हुई, कई बार दोनों दलों के नेताओं से भी गुहार लगाई गई लेकिन मांगों पर गौर नहीं किया गया. कफोटा के आसपास पहाड़ियों में हर बार बर्फ गिरती है और बर्फ को देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लगता है.
पर्यटक सुविधाएं न होने से भारी मुसीबतें झेलनी पड़ती है. एक और क्षेत्र में ठंड का प्रकोप बढ़ता है, वहीं दूसरी और न तो रहने के लिए जगह है और ना ही बाजार में पर्यटकों को पसंद की कोई वस्तु मिलती है. सुंदर
पहाड़ियों व प्राचीन मूर्तियों को देखने पहुंचे पर्यटक
कफोटा क्षेत्र में कई ऐसे प्राचीन मूर्तियां हैं जिनकी सुंदरता लोगों को हमेशा भाती है परंतु इन प्राचीन मूर्तियों तक पहुंचने के लिए सड़कों की सुविधाएं नहीं है. लोगों को इन मूर्तियों के दर्शन करने के लिए काफी परेशानियां उठानी पड़ती है.
पहाड़ी क्षेत्रों में आज भी कई गुफाएं जिनमें कई रहस्य है जिनकी जानकारी लेने के लिए लोग आते हैं. अगर प्रदेश सरकार इन पहाड़ी इलाकों में भी पर्यटन को बढ़ावा दे तो क्षेत्र का काफी विकास हो सकता है. इससे बाहर से आए पर्यटकों को भी सुविधाएं मिल सकेंगी.
सरकार की अनदेखी के कारण हो रहा नुकसान
थोड़ी और ठंड बढ़ने के बाद जिला सिरमौर के पहाड़ी इलाकों में भी पर्यटक आने शुरू हो जाते हैं. उपमंडल शिलाई की बात की जाए तो यात्रियों को भारी मुसीबतें झेलनी पड़ रही है. सरकार अगर पर्यटन को बढ़ावा दे तो व्यापारियों और वह लोगों को काफी मुनाफा मिल सकता है. क्षेत्र का विकास भी आगे बढ़ सकता है साथ ही साथ बाहरी राज्यों के मेहमानों को भी सुविधाएं मिल पाएगी. लोगों ने सीएम जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि इस क्षेत्र में भी पर्यटन को बढ़ावा दिया जाए ताकि बाहरी राज्यों के लोग बर्फ व ठंड का मजा ले सकें.