नाहन: शिरगुल महाराज की स्थली चूड़धार के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहे नौहराधार-चूड़धार ट्रेक रूट निर्माण पर भारी अनियमितताएं सामने आई हैं. ट्रेक रूट निर्माण पर घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है. आलम यह है कि निर्माण कार्य के दौरान ही तैयार किया गया रास्ता उखड़ रहा है. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि किस तरीके से यहां निर्माण कार्य के नाम पर लीपापोती की जा रही है.
दरअसल ट्रेक रूट के निर्माण कार्य को लेकर लोगों द्वारा घटिया सामग्री इस्तेमाल के आरोप लगाए जा रहे थे, जिसके बाद आज चूड़ेश्वर सेवा समिति की एक टीम ने मौके का निरीक्षण किया और इस दौरान पाया गया कि यहां पर निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है. यहां रेत व बजरी की गुणवत्ता को दरकिनार कर मिट्टीनुमा रेत बजरी का इस्तेमाल किया जा रहा है.
चूड़ेश्वर सेवा समिति का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा यहां मनमर्जी से कार्य किया जा रहा है. इस कार्य में सीधे तौर पर ठेकेदार व विभाग की मिलिभगत नजर आ रही है. समिति ने मांग की है कि विभाग के अधिकारी मौके पर जाकर कार्य का निरीक्षण किया जाए. इस बाबत कमेटी के सदस्य शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलेंगे व कार्य की वास्तविकता से मुख्यमंत्री को भी अवगत करवाएंगे बताएंगे.
बता दें कि शिरगुल महाराज के दर्शन के लिए हर साल हजारों श्रद्धालु चूड़धार इसी रास्ते से जाते है. लंबे समय से इस ट्रक रूट के निर्माण की मांग श्रद्धालुओं द्वारा उठाई जा रही थी. मगर जिस तरीके से यहां ट्रेक रूट का निर्माण हो रहा है, कहीं न कहीं यहां श्रद्धालुओं को भी निराशा हाथ लग रही है. निश्चित तौर पर यह मामला जांच का विषय है. देखना यह होगा कि चूड़ेश्वर सेवा समिति द्वारा मामला उठाए जाने के बाद इस दिशा में क्या कार्रवाई अमल में लाई जाती है.
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