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SIRMAUR: बर्फबारी फसलों के लिए लाभदायक, पेयजल स्रोतों में जल की कमी हो रही पूरी - सिरमौर जिले में बर्फबारी

सिरमौर जिले के ऊपरी क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बर्फबारी से किसानों व बागवानों के चेहरे खिल (HEAVY SNOWFALL IN NAHAN) उठे है. वहीं, बर्फबारी के बीच जिले के हरिपुरधार में स्थित प्रसिद्ध माता भंगायनी मंदिर का नजारा भी देखते ही बन रहा है. वहीं, जिले की सबसे ऊंची चूड़धार चोटी पर 5 से 6 फीट ताजा हिमपात होने का अनुमान लगाया जा रहा है. लिहाजा इन चोटी पर अब तक 18 फीट तक बर्फ जमने का अनुमान है.

HEAVY SNOWFALL IN NAHAN
सिरमौर जिले में बर्फबारी.
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Published : Feb 4, 2022, 6:17 PM IST

नाहन: पिछले दो दिनों से सिरमौर जिले के ऊपरी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हो रही है. इसके चलते किसानों व बागवानों के चेहरे खिल उठे है. वहीं बर्फबारी के बीच जिले के हरिपुरधार में स्थित प्रसिद्ध माता भंगायनी मंदिर का नजारा भी देखते ही बन (Maa Bhangayni Temple in sirmaur) रहा है. मंदिर के चारों तरफ बिछी सफेन चादर यहां की खूबसूरती में चार चांद लगा रही है. वहीं, जिले की सबसे ऊंची चूड़धार चोटी पर 5 से 6 फुट ताजा हिमपात होने का अनुमान लगाया जा रहा है. लिहाजा इन चोटी पर अब तक 18 फीट तक बर्फ जम चुकी है.

दरअसल जिले के ऊपरी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी फसलों के लिए वरदान बनकर आई है. सेब, लहसुन, मटर, टमाटर, आड़ू, गोभी, सरसों इत्यादि फसलों के लिए यह बर्फबारी काफी लाभदायक साबित होगी. इससे किसान व बागवान बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं. क्षेत्र के किसानों व बागवानों ने बताया कि पिछले 2 दिनों से क्षेत्र में भारी बर्फबारी हो रही है जोकि सेब, लहसुन इत्यादि फसलों के लिए काफी लाभदायक साबित होगी.

सिरमौर जिले में बर्फबारी.

यही नहीं बर्फबारी के चलते पेयजल स्रोतों में भी जल की कमी पूरी हो सकेगी. जोकि आने वाले गर्मी के मौसम में पेयजल की किल्लत को भी दूर करने में काफी कारगर साबित होगी. वहीं प्रसिद्ध मां भंगायनी मंदिर का मनमोहक नजारा भी देखते ही बन रहा है. बता दें कि कई राज्यों से इस मंदिर में शीश नवाने श्रद्धालु यहां आते हैं. हालांकि बर्फबारी के करण रास्ते बंद है और हरिपुरधार के इस मंदिर तक तो नहीं पहुंचा जा सकता, लेकिन जो पर्यटक यहां ठहरे हुए हैं, वह बर्फबारी का खूब आनंद ले रहे हैं.

मां भंगायनी मंदिर के मुख्य पुजारी हरिंदर भारद्वाज ने बताया कि मंदिर के आसपास लगभग 3 से 4 फीट बर्फ पड़ चुकी है. यहां पर 2 दिन से लगातार बर्फबारी हो रही है. जो पर्यटक यहां ठहरे हैं, वह बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं. भारी बर्फबारी के चलते उन्होंने पर्यटकों से भी फिलहाल यहां न आने की अपील की है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लिए यह बर्फबारी काफी अच्छी है.

सिरमौर जिले के ऊपरी क्षेत्रों में जहां भारी हिमपात हुआ है तो वहीं, जिला मुख्यालय नाहन से महज 40 किलोमीटर दूर सराहां व इसके आसपास के क्षेत्रों में भी साल का पहला हिमपात हुआ है. बता दें कि सराहां क्षेत्र में करीब दो दशक बाद 5 से 6 इंच बर्फ गिरी है. लिहाजा स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटक भी सराहां पहुंच रहे हैं. यही नहीं जिले के मैदानी इलाकों नाहन, पांवटा साहिब से भी लोग सराहां में बर्फ पड़ने की सूचना मिलते ही बर्फ देखने के लिए उक्त क्षेत्र में पहुंच रहे है.

ये भी पढ़ें: चंबा में भारी बर्फबारी से किसान-बागवान खुश, जनजीवन अस्त-व्यस्त

नाहन: पिछले दो दिनों से सिरमौर जिले के ऊपरी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हो रही है. इसके चलते किसानों व बागवानों के चेहरे खिल उठे है. वहीं बर्फबारी के बीच जिले के हरिपुरधार में स्थित प्रसिद्ध माता भंगायनी मंदिर का नजारा भी देखते ही बन (Maa Bhangayni Temple in sirmaur) रहा है. मंदिर के चारों तरफ बिछी सफेन चादर यहां की खूबसूरती में चार चांद लगा रही है. वहीं, जिले की सबसे ऊंची चूड़धार चोटी पर 5 से 6 फुट ताजा हिमपात होने का अनुमान लगाया जा रहा है. लिहाजा इन चोटी पर अब तक 18 फीट तक बर्फ जम चुकी है.

दरअसल जिले के ऊपरी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी फसलों के लिए वरदान बनकर आई है. सेब, लहसुन, मटर, टमाटर, आड़ू, गोभी, सरसों इत्यादि फसलों के लिए यह बर्फबारी काफी लाभदायक साबित होगी. इससे किसान व बागवान बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं. क्षेत्र के किसानों व बागवानों ने बताया कि पिछले 2 दिनों से क्षेत्र में भारी बर्फबारी हो रही है जोकि सेब, लहसुन इत्यादि फसलों के लिए काफी लाभदायक साबित होगी.

सिरमौर जिले में बर्फबारी.

यही नहीं बर्फबारी के चलते पेयजल स्रोतों में भी जल की कमी पूरी हो सकेगी. जोकि आने वाले गर्मी के मौसम में पेयजल की किल्लत को भी दूर करने में काफी कारगर साबित होगी. वहीं प्रसिद्ध मां भंगायनी मंदिर का मनमोहक नजारा भी देखते ही बन रहा है. बता दें कि कई राज्यों से इस मंदिर में शीश नवाने श्रद्धालु यहां आते हैं. हालांकि बर्फबारी के करण रास्ते बंद है और हरिपुरधार के इस मंदिर तक तो नहीं पहुंचा जा सकता, लेकिन जो पर्यटक यहां ठहरे हुए हैं, वह बर्फबारी का खूब आनंद ले रहे हैं.

मां भंगायनी मंदिर के मुख्य पुजारी हरिंदर भारद्वाज ने बताया कि मंदिर के आसपास लगभग 3 से 4 फीट बर्फ पड़ चुकी है. यहां पर 2 दिन से लगातार बर्फबारी हो रही है. जो पर्यटक यहां ठहरे हैं, वह बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं. भारी बर्फबारी के चलते उन्होंने पर्यटकों से भी फिलहाल यहां न आने की अपील की है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लिए यह बर्फबारी काफी अच्छी है.

सिरमौर जिले के ऊपरी क्षेत्रों में जहां भारी हिमपात हुआ है तो वहीं, जिला मुख्यालय नाहन से महज 40 किलोमीटर दूर सराहां व इसके आसपास के क्षेत्रों में भी साल का पहला हिमपात हुआ है. बता दें कि सराहां क्षेत्र में करीब दो दशक बाद 5 से 6 इंच बर्फ गिरी है. लिहाजा स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटक भी सराहां पहुंच रहे हैं. यही नहीं जिले के मैदानी इलाकों नाहन, पांवटा साहिब से भी लोग सराहां में बर्फ पड़ने की सूचना मिलते ही बर्फ देखने के लिए उक्त क्षेत्र में पहुंच रहे है.

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