नाहनः गर्मियों के मौसम में आग की घटनाओं से निपटने के लिए वन विभाग पूरी तरह से तैयार है. 1 अप्रैल से शुरू हो रहे फायर सीजन को देखते हुए वन विभाग ने कर्मचारियों की छुट्टियों पर भी रोक लगा दी है.
दरअसल इस बार फायर सीजन 15 दिन पहले शुरू हो रहा है. अमूमन फायर सीजन 15 अप्रैल से शुरू होता है, लेकिन इस बार 1 अप्रैल से शुरू होगा. इसको लेकर वन विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है.
फायर सीजन को लेकर वन विभाग तैयार
मीडिया से बात करते हुए वन वृत नाहन की अरण्यपाल सरिता कुमारी ने बताया कि सिरमौर जिला में फायर सीजन को लेकर वन विभाग पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि जिला में 1 लाख 11 हजार हेक्टेयर एरिया वन क्षेत्र में आता है, जिसमें से 50 प्रतिशत ऐसा क्षेत्र है, जो फायर प्रोन घोषित है यानी जहां आग लगने की अधिक संभावना रहती है.
फायर सीजन को देखते हुए कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक
सरिता कुमारी ने कहा कि फायर सीजन को देखते हुए विभाग ने कर्मचारियों की छुट्टियों पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी है और कोई भी कर्मचारी छुट्टी पर नहीं जा पाएगा. उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर लोगों को पंम्पप्लेंट बांटकर व नुक्कड़ नाटकों के जरिये भी जागरूक किया जा रहा है, ताकि आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए लोगों का भी विभाग को सहयोग मिल सके. फायर सीजन इस बार 15 अप्रैल की बजाए 1 अप्रैल से शुरू हो रहा है.
बारिश कम होने के कारण आग फैलने की संभावना
वन अरण्यपाल सरिता कुमारी ने यह बताया कि आगजनी के दौरान आग न फैले, इसलिए जंगलों के बीच की फायर लाइन को साफ किया गया है, ताकि एक जंगल से दूसरे जंगल तक आग न फैल सके. उन्होंने कहा कि इस बार अधिक बारिश नहीं हुई है.
ऐसे में पत्तों में नमी कम है और आग फैलने की अधिक संभावना बनी हुई है. कुल मिलाकर सिरमौर जिला में अभी तक आगजनी की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है. हालांकि छुटपुट घटनाओं से वन संपदा को कुछ नुक्सान जरूर पहुंचा है.
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