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भाइयों की कलाई पर सजेंगी इको फ्रेंडली राखियां, यहां महिलाएं तैयार कर रहीं विशेष राखी

कोरोना महामारी के चलते इस बार अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर पड़ा है. अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) का 'वोकल फॉर लोकल' का सपना हिमाचल के सिरमौर जिले में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं साकार करती हुई दिखाई दे रही हैं.

eco friendly rakhi exhibition
सिरमौर में इको फ्रेंडली राखियां
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Published : Aug 17, 2021, 4:30 PM IST

नाहन: भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का त्योहार रक्षाबंधन 22 अगस्त को है. रक्षाबंधन को लिए बाजार सजने लगे हैं. सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में भी जिला प्रशासन के सहयोग से स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा इको फ्रेंडली राखियों की प्रदर्शनी (eco friendly rakhis exhibition) लगाई गई है. दरअसल महिलाओं की आर्थिकी को मजबूत करने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय नाहन में मेड इन सिरमौर (Made in Sirmaur) के तहत विभिन्न स्थानों पर महिलाओं द्वारा तैयार की गई राखियों के स्टॉल लगाए गए हैं, जिनकी स्थानीय लोग भी खूब सराहना कर रहे हैं.

स्वयं सहायता समूह की महिला (self help group women) अनिता देवी का कहना है कि इसका मुख्य उद्देश्य 'वोकल फॉर लोकल' को बढ़ावा देना है. इसके साथ ही उन्होंने अपने समूह के तहत रक्षाबंधन के उपलक्ष में राखियां तैयार की है, जो पर्यावरण संरक्षण (Environment protection) के लिए भी मददगार बनेगी. उन्होंने बताया कि राखियों को बांस से तैयार किया गया है. इसके इलावा राखियों में विभिन्न औषधीय बीजों को जोड़कर सुंदरता बढ़ाई गई है. उन्होंने कहा कि अगर इस राखी को कोई इधर-उधर भी गिराता है, तो वहां पर इनके बीज गिरेंगे और पौधे उत्पन्न हो जाएंगे.

वहीं, महिला ग्राम विकास की संयोजिका रेणु कुमारी ने बताया कि सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वह स्वावलंबी बन सकें. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में पहुंची स्वयं सहायता की महिलाओं को राखी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया था और महिलाओं ने बेहद सुंदर राखियां तैयार की हैं, जिससे उनकी स्थिति भी मजबूत हो रही है. कुल मिलाकर भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षा बंधन को लेकर तैयार की गई यह पर्यावरण हितैषी राखियां लोगों को खूब भा रही हैं और जिला प्रशासन ने भी लोगों से यह राखियां खरीदने की अपील की है.

नाहन: भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का त्योहार रक्षाबंधन 22 अगस्त को है. रक्षाबंधन को लिए बाजार सजने लगे हैं. सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में भी जिला प्रशासन के सहयोग से स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा इको फ्रेंडली राखियों की प्रदर्शनी (eco friendly rakhis exhibition) लगाई गई है. दरअसल महिलाओं की आर्थिकी को मजबूत करने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय नाहन में मेड इन सिरमौर (Made in Sirmaur) के तहत विभिन्न स्थानों पर महिलाओं द्वारा तैयार की गई राखियों के स्टॉल लगाए गए हैं, जिनकी स्थानीय लोग भी खूब सराहना कर रहे हैं.

स्वयं सहायता समूह की महिला (self help group women) अनिता देवी का कहना है कि इसका मुख्य उद्देश्य 'वोकल फॉर लोकल' को बढ़ावा देना है. इसके साथ ही उन्होंने अपने समूह के तहत रक्षाबंधन के उपलक्ष में राखियां तैयार की है, जो पर्यावरण संरक्षण (Environment protection) के लिए भी मददगार बनेगी. उन्होंने बताया कि राखियों को बांस से तैयार किया गया है. इसके इलावा राखियों में विभिन्न औषधीय बीजों को जोड़कर सुंदरता बढ़ाई गई है. उन्होंने कहा कि अगर इस राखी को कोई इधर-उधर भी गिराता है, तो वहां पर इनके बीज गिरेंगे और पौधे उत्पन्न हो जाएंगे.

वहीं, महिला ग्राम विकास की संयोजिका रेणु कुमारी ने बताया कि सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वह स्वावलंबी बन सकें. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में पहुंची स्वयं सहायता की महिलाओं को राखी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया था और महिलाओं ने बेहद सुंदर राखियां तैयार की हैं, जिससे उनकी स्थिति भी मजबूत हो रही है. कुल मिलाकर भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षा बंधन को लेकर तैयार की गई यह पर्यावरण हितैषी राखियां लोगों को खूब भा रही हैं और जिला प्रशासन ने भी लोगों से यह राखियां खरीदने की अपील की है.

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