नाहन: गर्मी के मौसम में हैजा,आत्रशोध,डायरिया जैसी जल जनित बिमारियों के फैलने की संभावना बढ़ जाती है. इसे देखते हुए सिरमौर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. प्रशासन ने इन बिमारियों से बचाव के लिए बाजार में फल सब्जी बेचने वाले व्यापारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं.
ये भी पढ़ें: 'भाजपा ने काले धन से बनाए 7 स्टार आलीशान कार्यालय, विकास कार्यों का श्वेत पत्र जारी करें CM'
डीसी ललित जैन ने महामारी रोग अधिनियम 1897 के तहत अधिसूचना जारी करते हुए जिला के होटल-ढाबों पर परोसे जाने वाले बासी भोजन व सड़ी-गली सब्जियों के साथ ही फलों की बिक्री पर पाबंदी लगा दी है.
दरअसल गर्मी के मौसम में हैजा,आत्रशोध,डायरिया जैसी जल जनित बिमारियों के फैलने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने निर्देश जारी किए है, ताकि गर्मी के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके.
डीसी सिरमौर ललित जैन ने बताया कि बीमारियों से बचने के लिए सड़ी-गली व बिना ढकी सब्जियों की बिक्री पर पाबंदी लगा दी है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को जांच करके नियमों की अवहेलना करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी दे दिए गए हैं.
ये भी पढ़ें: मोरक्को ने श्रीलंका, भारत संग विस्फोटों पर खुफिया जानकारी साझा की
डीसी सिरमौर ललित जैन ने बताया कि कालाअंब, पांवटा साहिब में डेंगू के मच्छर पनपने का खतरा बना रहता है, इसलिए वहां के लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वो अपने घरों के आस-पास पानी इकट्ठा ना होने दे और बुखार होने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी जांच करवाएं.